Rahul gandhi Wayanad Seat: राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ दी है. अब उनकी बहन प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है. इसे लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता एनी राजा ने कांग्रेस पर तंज कसा है. एनी राजा ने कहा, कांग्रेस नेताओं को यह तय करने की जरूरत है कि उनकी सबसे बड़ी दुश्मन सांप्रदायिक-फासीवादी ताकतें हैं या वामपंथी पार्टियां. वायनाड सीट से एनी राजा ने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. वह प्रियंका के खिलाफ भी मैदान में होंगी या नहीं इसे लेकर उन्होंने कहा कि उम्मीदवारी पर फैसला पार्टी आलाकमान करेगा.  

सोमवार को कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे ने ऐलान किया था कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट अपने पास रखेंगे और वायनाड सीट छोड़ देंगे, जहां से उनकी बहन प्रियंका चुनाव लड़ेंगी.

प्रियंका को लेकर क्या बोलीं एनी राजा?

जब इस बारे में पूछा गया तो एनी राजा ने कहा, ‘यह कांग्रेस पार्टी का फैसला है. हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं. यह अच्छी बात है कि यूडीएफ ने महिला उम्मीदवार की घोषणा की है. संसद में महिलाओं की संख्या कम होती जा रही है. सभी राजनीतिक दलों को इस बारे में चिंता करने की जरूरत है.’

उन्होंने कहा, ‘यूडीएफ ने महिला उम्मीदवार घोषित किया है, मैं इसका स्वागत करती हूं. लेकिन यह सवाल मैंने तब भी उठाया था जब राहुल गांधी चुनाव लड़े थे, मैं आज प्रियंका गांधी से पूरे सम्मान के साथ यह सवाल पूछ रही हूं… आपके और आपकी पार्टी के लिए सबसे बड़ा दुश्मन कौन है? सांप्रदायिक-फासीवादी ताकतें या वामपंथी पार्टियां?’

एनी राजा ने कहा कि हालांकि लोकसभा में NDA का संख्या बल कम हो गया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सांप्रदायिक-फासीवादी ताकतें कमजोर हो गई हैं.

उन्होंने कहा, ‘वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की हर पार्टी विपक्षी गठबंधन इंडिया का हिस्सा है, मैं यह कह सकती हूं कि वह (प्रियंका गांधी) भी इंडिया गठबंधन की नेता हैं. नेता खुद गठबंधन की एक पार्टी के खिलाफ लड़ रही हैं.’

इंडिया का हिस्सा, वैसे विरोधी

केरल में एलडीएफ और कांग्रेस की अगुआई वाला संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) एक दूसरे के विरोधी हैं. वहीं, कांग्रेस और वामपंथी दल विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं.

एनी राजा ने कहा, ‘जहां तक ​​कांग्रेस पार्टी का सवाल है, कांग्रेस पार्टी की नेता प्रियंका का सवाल है, तो आप अपनी पार्टी और इस देश के लोगों के सबसे बड़े दुश्मन के रूप में किस ताकत को देखते हैं… क्या यह फासीवादी ताकतें हैं या वामपंथी पार्टियां हैं?’

उन्होंने हालांकि कहा कि इस कदम से इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा और भाकपा सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए प्रतिबद्ध है.

(PTI इनपुट के साथ)



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By attkley

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