बेंगलुरु/नई दिल्ली: कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने गुरुवार को मैसूर में मेडिकल छात्रा से गैंगरेप (Gangrape) की घटना को लेकर दिये गए अपने बयान को विपक्ष के हंगामे व मुख्यमंत्री द्वारा किनारा किए जाने के बाद वापस ले लिया. मंत्री ने कहा था कि पीड़िता और उसके बॉयफ्रेंड को सुनसान जगह नहीं जाना चाहिए था और दावा किया था कि विपक्षी कांग्रेस निशाना बनाकर उनका ‘बलात्कार’ करने की कोशिश कर रही है.

क्या कहा था मंत्री ने

कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कांग्रेस पर इस तरह की ‘अमानवीय’ घटना से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘शाम 7-7:30 बजे वे (पीड़िता और बॉयफ्रेंड) वहां गए थे. वह सुनसान जगह है, उन्हें नहीं जाना चाहिए था लेकिन हम किसी को जाने से नहीं रोक सकते. वह एक सुनसान जगह है और वहां आमतौर पर कोई नहीं जाता क्योंकि वहां कोई नहीं होता.’ उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी जगहों पर पुलिस गश्त की कमी चिंता का विषय है. वह मैसूर जाकर अधिकारियों के साथ खामियों को दूर करने पर चर्चा करेंगे.

कांग्रेस पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप

गैंगरेप की घटना के बाद कांग्रेस द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था की आलोचना किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा, ‘वहां (मैसुर में) रेप हुआ है, लेकिन कांग्रेस मेरा बलात्कार करने की कोशिश कर रही है, वे गृह मंत्री का बलात्कार करने की कोशिश कर रहे हैं. वे राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. यह एक अमानवीय कृत्य है. जब ऐसी घटनाएं होती हैं, तो इसे मानवीय दृष्टिकोण से देखने और दोषियों का पता लगाने के लिए दबाव बनाने के बजाय, राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास किया जाता है. लोग इसे देखेंगे. मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा. निर्देश दे दिये गए हैं. पुलिस तय करेगी कि उसे क्या करना है.’

मुख्यमंत्री ने मांगा स्पष्टीकरण

वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी ज्ञानेन्द्र की टिप्पणी से असहमति जताई. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं अपने गृह मंत्री द्वारा गैंगरेप की घटना के संबंध में की गई टिप्पणियों से सहमत नहीं हूं. मैंने उन्हें स्पष्टीकरण देने को कहा है.’ गौरतलब है कि कॉलेज में पढ़ने वाली एक लड़की के साथ पांच लोगों ने मैसूर के चामुंडी हिल के पास मंगलवार देर रात कथित तौर पर बलात्कार किया. यह घटना बुधवार को सामने आई. पीड़ित लड़की और उसके बॉयफ्रेंड का एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है.

 

 

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बाद में बयान लिया वापस 

मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद अपने बयान को वापस लेते हुए एक बयान में गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि मैसूर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर किसी को आहत करने का उनका कोई इरादा नहीं था. उन्होंने कहा, ‘मैंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बारे में पहले दिए गए बयान को वापस ले लिया है.’ इससे पहले, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने गृह मंत्री के बयान के लिये उन पर हमला बोलते हुए कहा कि पुलिस को ‘गृह मंत्री के साथ बलात्कार’ में शामिल उनकी पार्टी के लोगों को गिरफ्तार करना चाहिये. फिर चाहे वह कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया हों या कोई अन्य नेता. शिवकुमार ने कहा, ‘उन्होंने (गृह मंत्री) ने दावा किया है कि कांग्रेस उनका बलात्कार कर रही है. वह बलात्कार शब्द का बहुत हल्के ढंग से इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि उन्हें यह शब्द पसंद है.’

(INPUT: भाषा)

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By attkley

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