न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Sun, 28 Nov 2021 03:25 PM IST
सार
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को लेकर हमने तय किया है कि स्कूल खुलेंगे, लेकिन बच्चों की संख्या 50% होगी। 50% बच्चे एक दिन और बाकी 50% बच्चे अगले दिन स्कूल आएंगे।
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान। फाइल फोटो – फोटो : सोशल मीडिया
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कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए मध्यप्रदेश में भी सतर्कता के निर्देश जारी किए गए हैं। रविवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठमें स्कूलों को आधी क्षमता से ही लगाने का फैसला किया गया। ऑनलाइन क्लास का विकल्प चालू रखने और स्कूल आने वाले बच्चों के लिए अभिभावकों की सहमति जरूरी करने का फैसला किया गया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को लेकर हमने तय किया है कि स्कूल खुलेंगे, लेकिन बच्चों की संख्या 50% होगी। 50% बच्चे एक दिन और बाकी 50% बच्चे अगले दिन स्कूल आएंगे। ऑनलाइन क्लास का विकल्प रहेगा और पैरेंट्स की इच्छा होगी तो ही बच्चे स्कूल जाएंगे, उनकी अनुमति आवश्यक होगी। नई व्यवस्था सोमवार 29 नवंबर से लागू होगी।
इंदौर भोपाल पर रहेगी विशेष नजर बैठक में निर्णय लिया गया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जाएगी। नए वैरिएंट के चलते प्रदेशभर में अलर्ट किया गया है। मध्यप्रदेश के दो बड़े शहर भोपाल और इंदौर में विशेष नजर रखी जाएगी। सीएम चौहान ने बैठक के बाद कहा कि देश-विदेश में नए वैरिएंट फैलने की सूचना है। अभी मध्यप्रदेश में नए वैरिएंट को लेकर कोई सूचना नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है। इसलिए आज मीटिंग करके कुछ फैसले लिए हैं। मध्यप्रदेश में नए वैरिएंट को लेकर सरकार ने अलर्ट भी जारी किया है।
हाल ही में 100 फीसदी क्षमता से खोले थे स्कूल सरकार ने सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को खोलने के संबंध में बड़ा फैसला लेते हुए अभिभावकों को दो विकल्प दिए हैं। स्कूल खुलेंगे जरूर, लेकिन छात्रों की उपस्थिति 50% ही रहेगी। हाल ही में सरकार ने स्कूलों को 100% क्षमता से खोलने का निर्णय लिया था। अभिभावक इस निर्णय का विरोध कर रहे थे। सरकार के फैसले के अनुसार अब बच्चे सप्ताह में तीन दिन ही पढ़ने जाएंगे। स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेस जारी रखना पड़ेगी, ताकि पालकों के पास यह विकल्प रहे।
ये निर्णय भी लिए गए
भारत सरकार के सर्विलांस के नियमों का कड़ाई से पालन करेंगे।
एक महीने में जितने भी लोग अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रदेश में आए हैं, उनकी जांच की जाएगी।
यदि कोई संदिग्ध मिलता है तो उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा।
प्रदेशभर के अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांट को चलाकर देखा जाएगा।
दवाइयों की उपलब्धता भी चेक की जाएगी।
शादी समेत सामाजिक, पारिवारिक या धार्मिक आयोजनों पर नजर रखी जाएगी।
कार्यक्रमों में भी मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग रखना होगी।
विस्तार
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए मध्यप्रदेश में भी सतर्कता के निर्देश जारी किए गए हैं। रविवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठमें स्कूलों को आधी क्षमता से ही लगाने का फैसला किया गया। ऑनलाइन क्लास का विकल्प चालू रखने और स्कूल आने वाले बच्चों के लिए अभिभावकों की सहमति जरूरी करने का फैसला किया गया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को लेकर हमने तय किया है कि स्कूल खुलेंगे, लेकिन बच्चों की संख्या 50% होगी। 50% बच्चे एक दिन और बाकी 50% बच्चे अगले दिन स्कूल आएंगे। ऑनलाइन क्लास का विकल्प रहेगा और पैरेंट्स की इच्छा होगी तो ही बच्चे स्कूल जाएंगे, उनकी अनुमति आवश्यक होगी। नई व्यवस्था सोमवार 29 नवंबर से लागू होगी।
इंदौर भोपाल पर रहेगी विशेष नजर
बैठक में निर्णय लिया गया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जाएगी। नए वैरिएंट के चलते प्रदेशभर में अलर्ट किया गया है। मध्यप्रदेश के दो बड़े शहर भोपाल और इंदौर में विशेष नजर रखी जाएगी। सीएम चौहान ने बैठक के बाद कहा कि देश-विदेश में नए वैरिएंट फैलने की सूचना है। अभी मध्यप्रदेश में नए वैरिएंट को लेकर कोई सूचना नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है। इसलिए आज मीटिंग करके कुछ फैसले लिए हैं। मध्यप्रदेश में नए वैरिएंट को लेकर सरकार ने अलर्ट भी जारी किया है।
हाल ही में 100 फीसदी क्षमता से खोले थे स्कूल
सरकार ने सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को खोलने के संबंध में बड़ा फैसला लेते हुए अभिभावकों को दो विकल्प दिए हैं। स्कूल खुलेंगे जरूर, लेकिन छात्रों की उपस्थिति 50% ही रहेगी। हाल ही में सरकार ने स्कूलों को 100% क्षमता से खोलने का निर्णय लिया था। अभिभावक इस निर्णय का विरोध कर रहे थे। सरकार के फैसले के अनुसार अब बच्चे सप्ताह में तीन दिन ही पढ़ने जाएंगे। स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेस जारी रखना पड़ेगी, ताकि पालकों के पास यह विकल्प रहे।
ये निर्णय भी लिए गए
भारत सरकार के सर्विलांस के नियमों का कड़ाई से पालन करेंगे।
एक महीने में जितने भी लोग अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रदेश में आए हैं, उनकी जांच की जाएगी।
यदि कोई संदिग्ध मिलता है तो उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा।
प्रदेशभर के अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांट को चलाकर देखा जाएगा।
दवाइयों की उपलब्धता भी चेक की जाएगी।
शादी समेत सामाजिक, पारिवारिक या धार्मिक आयोजनों पर नजर रखी जाएगी।
कार्यक्रमों में भी मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग रखना होगी।