न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अमेठी
Published by: हिमांशु मिश्रा
Updated Sun, 19 Dec 2021 06:37 AM IST
सार
पूर्वांचल के कई जिलों से होते हुए ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ रविवार (19 दिसंबर) को अमेठी पहुंचेगा। यहां आम लोगों के साथ ‘चाय पर चर्चा’ होगी। इसके बाद महिलाओं और युवाओं से बात होगी और फिर नेताओं से जनता के सवाल पूछे जाएंगे।
अमेठी, उत्तर प्रदेश चुनाव 2022
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अमेठी जिले का गठन 2010 में हुआ था। इसके पहले यह सुल्तानपुर जिले का हिस्सा हुआ करता था। शुरुआत में इसका नाम छत्रपति शाहू जी महाराज नगर था। बाद में इसे बदलकर अमेठी कर दिया गया।
राजनीतिक रूप से अमेठी काफी समृद्ध रहा है। राजा सोढ़ देव ने तुर्कों के आक्रमण के दौरान 966 ई. में अमेठी रियासत की स्थापना की थी। तुर्कों के बाद मुगल शासकों ने भी इस रियासत पर हमले किए।
अमेठी की लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। संजय गांधी, राजीव गांधी, राहुल गांधी कई बार यहां से सांसद चुने गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा इसमें सेंध लगाई, जब स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हरा दिया। जिले में चार विधानसभा क्षेत्र हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा तीन और समाजवादी पार्टी एक सीट पर जीती थी।
चुनावी माहौल बनने लगा
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर यहां का सियासी माहौल गर्म होने लगा है। सवाल उठने लगे हैं कि योगी सरकार के कार्यकाल में यहां कितना विकास हुआ? क्या आम लोग सरकार के कामकाज से खुश हैं? युवा, महिलाएं और आम जनता मौजूदा सरकार के बारे में क्या सोचती है? राजनीतिक दलों के नेताओं का क्या मानना है? वह किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे? इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ रविवार को अमेठी में होगा।
आप भी ‘अमर उजाला’ के इस मंच से जुड़ सकते हैं। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दे को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप मतदान करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?
कब और कहां होंगे कार्यक्रम
1. सुबह 09 बजे
चाय पर चर्चा
स्थान : सगरा तिराहा
2. सुबह 11 बजे
युवाओं से चर्चा
स्थान : आरआरपीजी कॉलेज परिसर
3. दोपहर 1 बजे
आधी आबादी से चर्चा
स्थान : केशव नगर मोड़
4. शाम 3 बजे
राजनीतिक दलों से चर्चा
स्थान : रेलवे स्टेशन परिसर
अब तक 34 जिलों में हो चुका है कार्यक्रम
अब तक पश्चिमी यूपी, ब्रज, अवध और पूर्वांचल के 34 जिलों में ‘सत्ता का संग्राम’ आयोजित हो चुका है। 11 नवंबर को गाजियाबाद से चला रथ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद, आगरा, मथुरा, हाथरस, अलीगढ़ होते हुए एक दिसंबर को बुलंदशहर पहुंचा था। इसके बाद हमारा चुनावी रथ अवध और फिर पूर्वांचल में दाखिल हुआ। लखनऊ, अयोध्या, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर होते हुए हमारा रथ अमेठी पहुंचेगा।
‘सत्ता का संग्राम’ में क्या होगा खास?
चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहत अमर उजाला हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। चाय पर चर्चा के साथ-साथ महिलाओं और युवाओं से संवाद होगा। राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे। अमर उजाला आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।
विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था
‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था की गई है।
इस विशेष कवरेज को आप कहां देख सकेंगे
- अमर उजाला अखबार और amarujala.com पर आपको कार्यक्रम स्थल की जानकारी मिलेगी।
- ‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़ी व्यापक जमीनी कवरेज आप अमर उजाला अखबार में पढ़ सकेंगे।
- amarujala.com पर आप कार्यक्रमों को लाइव देख सकेंगे।
- सभी कार्यक्रम अमर उजाला डिजिटल के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल पर देखे जा सकेंगे।
- इन सभी कार्यक्रमों के जरिए दर्ज होने वाली जनता की आवाज विशेष रूप से अमर उजाला के पॉडकास्ट ‘आवाज’ पर भी उपलब्ध रहेगी।