भुवनेश्वर: ओडिशा (Odisha) के मालकानगिरि जिले (Malkangiri District) का एक परिवार 10वीं कक्षा (10th Class) में पढ़ रही बेटी (Daughter) को ऑफलाइन क्लासेस (Offline Classes) अटेंड (Attend) करने के लिए कह रहा था. दरअसल पेरेंट्स (Parents) लड़की पर उसके सीतागुडा के सरकारी आवासीय स्कूल (Government Residential School) में जाने के लिए दबाव बना रहे थे.

लड़की ने की आत्महत्या

स्कूल (School) जाने के दबाव (Stress) को लड़की (Girl) झेल नहीं पाई. बता दें कि लड़की ने इस बात से परेशान होकर कीटनाशक पी ल‍िया. इसके एक दिन बाद उसकी मौत (Death) हो गई.

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7 फरवरी से खुले थे स्कूल

कोरोना महामारी की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona Pandemic) के कारण सभी स्कूल (School) 7 जनवरी से बंद (Closed) थे. लेकिन महामारी का प्रभाव (Effect) कम होने के कारण सभी स्कूलों को 7 फरवरी से खोलने (Open) का ऐलान (Announcement) कर दिया गया था. मृतक के पिता (Deceased’s Father) के अनुसार उनकी बेटी वापस स्कूल जाने से झिझक (Hesitated) रही थी.

अस्पताल में कराया था भर्ती

पिता ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी के कीटनाशक (Insecticide) के सेवन (Consumption) का पता चलते ही वे तुरंत उसे जिला मुख्यालय अस्पताल (District Headquarters Hospital) ले गए लेकिन उसकी जान (Life) नहीं बचाई (Saved) जा सकी.

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छात्रों ने जताया विरोध

बता दें कि छात्र (Students) सरकार (Government) के 10वीं बोर्ड परीक्षाओं (10th Board Exams) को ऑफलाइन मोड (Offline Mode) में आयोजित करने के फैसले (Decision) का सख्त विरोध (Protest) कर रहे हैं. छात्रों की मांग (Demand) है कि उनकी आंतरिक परीक्षाओं (Internal Examinations) के आधार पर मूल्यांकन (Evaluation) किया जाना चाहिए. 

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By attkley

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