नई दिल्लीः यात्रा के दौरान अक्सर लगेज के खो जाने या इसके किसी यात्री से बदल जाने की समस्याएं सुनने में आती रहती हैं. ऐसी स्थिति में यात्री कस्टमर केयर सेंटर पर कॉल करते हैं. लेकिन ज्यादातर मामलों में कस्टमर केयर सेंटर यात्री को अपनी सर्विस से संतुष्ट नहीं कर पाते, फिर यात्रियों के पास कोई उपाय नहीं बचता. ऐसे ही एक मामले में यात्री ने वो कारनामा कर दिखाया जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता. यात्री ने अपने लगेज को खोजने के लिए एयरलाइन की वेबसाइट ही हैक कर ली. आइये आपको बताते हैं इस यात्री और उसकी हैकिंग के बारे में.
यात्रा के दौरान बदल गया बैग
सॉफ्टवेयर इंजीनियर नंदन कुमार Indigo की फ्लाइट से पटना से बेंगलुरु की यात्रा कर रहे थे. यात्रा पूरी करने के बाद जब वो अपने घर पहुंचे तो उनकी पत्नी ने बैग देखा और बताया कि ‘ये किसी और का बैग है.’ नंदन का बैग दूसरे यात्री के बैग से बदल गया था.
Hey @IndiGo6E ,
Want to hear a story? And at the end of it I will tell you hole (technical vulnerability )in your system? #dev #bug #bugbounty 1/n— Nandan kumar (@_sirius93_) March 28, 2022
कस्टमर केयर सर्विस को दी जानकारी
नंदन ने बैग बदल जाने की जानकारी Indigo कस्टमर सर्विस को दी. कस्टमर केयर सेंटर ने नंदन को उनके बैग के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. नंदन ने बैग खोने और फिर इसे खोजने के पूरे घटनाक्रम के बारे में ट्विटर पर बताया है.
एयरलाइन कंपनी से नहीं मिली मदद
नंदन ने एयरपोर्ट से घर पहुंचने के बाद पत्नी को बैग थमाया. पत्नी ने बताया कि बैग के बेस में लॉक नहीं है.. यह बैग किसी और का है. इसके बाद एयरलाइन की कस्टमर सर्विस से जब मदद नहीं मिली तो उन्होंने इंडिगो की वेबसाइट को हैक करने का सोचा.
हैक कर ली एयरलाइन की वेबसाइट
नंदन ने वेबसाइट के डेवलपर कंसोल को ओपन कर नेटवर्क लॉग रिकॉर्ड को खंगाला. कुछ देर बाद उन्होंने उस यात्री के बारे में पता लगा लिया जिससे उनका बैग बदल गया था. उन्हें यात्री की कॉन्टैक्ट डिटेल्स एक नेटवर्क रेस्पॉन्स के जरिये मिल गई.
नंदन कुमार ने Indigo को दिये ये सुझाव
नंदन ने बताया कि उनका बैग जिस यात्री के साथ बदला था वो उनके घर के पास ही रहता था. नंदन ने यात्री से संपर्क साधा और बैग एक्सचेंज कर लिया. बैग मिल जाने के बाद नंदन कुमार ने एयरलाइन कंपनी को सुझाव दिया कि कस्टमर सर्विस को बेहतर करने की जरूरत है. कंपनी को IVR फिक्स करने की जरूरत है. साथ ही कस्टमर डेटा लीक ना हो इसके लिए वेबसाइट को सबसे पहले फिक्स करने की जरूरत है.
INDIGO ने नंदन से बोला था झूठ?
नंदन ने बताया कि एयरलाइन कंपनी के कस्टमर सर्विस ने दावा किया था कि बैग के लिए संबंधित यात्री को तीन बार कॉल किया गया था. लेकिन, जब नंदन ने एयरलाइन कंपनी की कॉल के बारे में यात्री से पूछा तो उन्होंने कहा कि Indigo की तरफ से उन्हें कोई कॉल नहीं आई थी.
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