नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने नए शैक्षणिक सत्र  2022-23 के लिए एडमिशन पॉलिसी जारी कर दी है. यूजीसी (UGC) के तहत देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत DU में भी दाखिला CUET-2022 के तहत होगा. आपको बता दें कि स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) और नेशनल कॉलेजिएट वुमन एजुकेशन बोर्ड को छोड़कर, सभी अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले CUET- 2022 के जरिए ही होगें. अतिरिक्त सीटों पर प्रवेश चाहने वालों सहित सभी उम्मीदवारों को CUET 2022 में उपस्थित होना अनिवार्य है. CUET में स्कोर किए गए नंबरों के आधार पर ही एलिजिबिलिटी तय की जाएगी. 

स्ट्रीम बदलने पर नुकसान नहीं 

इस प्रकिया के तहत होने वाले दाखिले कि सबसे खास बात ये है कि स्ट्रीम बदलने पर किसी छात्र को कोई नुकसान नहीं होगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि CUET के तीन सेक्शन हैं. पहले सेक्शन को दो हिस्सों में बांटा गया है. जिसके पहले हिस्से में 13 और दूसरे में 20 भाषाएं शामिल हैं. DU में दाखिले के लिए उम्मीदवारों को इन 33 भाषाओं में कम से कम एक भाषा में परीक्षा देना अनिवार्य है. दाखिला परीक्षा के दूसरे सेक्शन में 27 डोमेन स्पेसिफिक सब्जेक्ट और तीसरे सेक्शन की परीक्षा जनरल स्टडी आधारित होगी. 

कैसे बनेगी मेरिट लिस्ट?

डीयू के ज्यादातर कोर्स में दाखिले के लिए उम्मीदवार को दूसरे सेक्शन में से कम से कम 3 विषयों को चुनना होगा. बीएससी प्रोग्राम में दाखिले के लिए योग्यता का आंकलन फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स या बायोलॉजी विषयों के आधार पर किया जाएगा. वहीं CUET में किसी एक लैंग्वेज में कम से कम 30 फीसदी नंबर स्कोर करना भी अनिवार्य है. 

बैचलर ऑफ आर्ट्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा में सेक्शन एक से किसी एक भाषा और दूसरे सेक्शन से किन्हीं तीन विषयों में उपस्थित होना होगा. मेरिट लिस्ट उम्मीदवार द्वारा इन्हीं विषयों और भाषा में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर तैयार की जाएगी.

ये भी पढ़ें- ‘नवरात्रि में मीट की दुकानें हों बंद’, अब उमर अब्दुल्ला ने पूछ लिया ये सवाल

इकोनॉमिक्स में दाखिले के लिए उम्मीदवारों को गणित का टेस्ट देना अनिवार्य है. हालांकि उम्मीदवार ज्यादा से ज्यादा 6 विषयों में CUET का टेस्ट दे सकता है, जिसमें एक लैंग्वेज का होना जरूरी है. डीयू में दाखिले के लिए CUET के बेस्ट स्कोर को ही आधार माना जाएगा.
 
वहीं स्पोर्ट्स और ईसीए प्रोग्रामों में दाखिले के लिए, उम्मीदवारों को CUET के साथ परफार्मेंस बेस्ड टेस्ट भी देना होगा. जिसके आधार पर ही मेरिट तय की जाएगी. वहीं बीबीए, बीएमएस, बीबीई के लिए उम्मीदवारों को किसी एक लैंग्वेज, मैथ्स और जनरल स्टडी के आधार पर शामिल होना होगा.

CUET के बाद सेंट्रलाइज्ड  ई काउंसलिंग

पॉपुलर बीए, बीकॉम प्रोग्राम में दाखिले के लिए उम्मीदवार को एक लैंग्वेज के साथ एक सब्जेक्ट और सामान्य परीक्षा या फिर तीन विषयों में टेस्ट का विकल्प है. लैंग्वेज प्रोग्रामों में दाखिले के लिए, उम्मीदवार सीयूईटी में स्पेशल लैंग्वेज भी चुन सकते हैं या किसी दूसरी भाषा में भी टेस्ट दे सकते हैं. हालांकि, भाषा विशेष में आने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी. आपको बता दें कि CUET के बाद सेंट्रलाइज्ड  ई काउंसलिंग की जाएगी.

ये भी पढ़ें- सेना में जल्द शुरू हो सकती है सैनिकों की कांट्रैक्ट बहाली, इतने साल की होगी नौकरी

CUET के लिए कोई निर्धारित सिलेबस नहीं

अब बात करते हैं सिलेबस की तो CUET के लिए कोई निर्धारित सिलेबस नहीं है. छात्र अपनी 12वीं के सिलेबस की अच्छे से पढ़ाई करें. वहीं डीयू के CUET काउन्सलिंग से पहले उम्मीदवार को अपनी प्रिफरेंस को फिर से भरने का मौका दिया जाएगा.  

वहीं माइनॉरिटी कालेजों में दाखिले की बात करें तो माइनॉरिटी कॉलेजों में जिन 50 फीसदी सीटों को आरक्षित रखा गया है उनमें दाखिले के लिए 85% स्कोर सीयूईटी से लिया जाएगा और बाकी 15% कालेजों की तरफ से तय होगा. वहीं गैर आरक्षित 50% सीटों पर दाखिले पूरी तरह से CUET के आधार पर ही होंगे. 

ये भी पढ़ें- यूक्रेन की महिला ने रहने की जगह मांगी तो मिले भद्दे कमेंट, लोग बोले- ‘शादी करोगी’

परेशान होने की जरूरत नहीं

DU में दाखिले की डिटेल्ड जानकारी आधिकारिक वेबसाइट www.admission.uod.ac.in पर उपलब्ध होगी. वेबसाइट पर कई भाषाओं में इनफार्मेशन बुलेटिन दिए गए हैं. दाखिले से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए उम्मीदवारों को चैटबॉक्स की मदद भी मिलेगी. परीक्षा प्रश्नपत्र के चयन में उम्मीदवारों की मदद के लिए हेल्प डेस्क के साथ ओपन हाउस वेबिनार का भी आयोजन भी किया जाएगा.

वही पीजी प्रोग्रामों में दाखिला पिछले साल की तरह डीयूईटी के माध्यम से होगा. जिसके लिए उम्मीदवारों को डीयू रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. रजिस्ट्रेशन 6 अप्रैल से 15 मई 2022 तक चलेंगे. आपको बता दें कि डीयूईटी का भी आयोजन एनटीए के तहत ही किया जाएगा. इतना ही नहीं पीजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए बीते साल की तरह ही डीयू स्टूडेंट्स के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित हैं जबकि 50 फीसदी स्टूडेंट्स का चयन डीयूईटी के जरिए होगा. पीजी का दाखिला प्रक्रिया और एलिजिबिलिटी पहले की तरह ही होगी. 

LIVE TV

 





Source link

By attkley

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *