सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्लिन के पोट्सडेमर प्लाट्ज ऑडिटोरियम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सकारात्मक बदलाव और तेज विकास की आकांक्षा ही थी जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत ने पिछले तीन दशक की राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को सिर्फ एक बटन दबाकर खत्म कर दिया। बर्लिन के पोट्सडेमर प्लाट्ज ऑडिटोरियम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का युवा भारत तेज विकास चाहता है और वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी जरूरी है।

सकारात्मक बदलाव और तेज विकास की आकांक्षा ही थी जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया।

मोदी ने कहा, कोई देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसके विकास का नेतृत्व करें, देश आगे बढ़ता है, जब देश के लोग उसकी दिशा तय करें। आज के भारत में सरकार नहीं बल्कि देश के कोटि-कोटि जन ही ड्राइविंग फोर्स हैं। मोदी ने कहा, नया भारत सिर्फ सुरक्षित भविष्य की नहीं सोचता, बल्कि जोखिम लेता है, नवोन्मेष करता है। मुझे याद है, 2014 के आसपास, हमारे देश में चार सौ के करीब ही स्टार्टअप्स हुआ करते थे। आज 68 हजार से भी ज्यादा हैं और दर्जनों यूनिकॉर्न हैं।

भारत सरकार नवोन्मेष करने वालों के पांवों में जंजीर डालकर नहीं, उनमें जोश भरकर, उन्हें आगे बढ़ा रही है। मेक इन इंडिया आज आत्मनिर्भर भारत की ड्राइविंग फोर्स बन रही है। उन्होंने कहा, अगर हम वस्तु एवं सेवा को देखें तो पिछले साल, भारत से 670 बिलियन डॉलर यानी करीब-करीब 50 लाख करोड़ रुपये का निर्यात हुआ।

वैश्विक बन रहा है भारत
21वीं सदी के इस तीसरे दशक की सबसे बड़ी सच्चाई यह है कि भारत वैश्विक बन रहा है। कोरोना के काल में भारत ने 150 से ज्यादा देशों को जरूरी दवाइयां भेजकर कई जिंदगियां बचाने में मदद की। भारत को कोविड वैक्सीन बनाने में सफलता मिली तो हमने अपनी वैक्सीन से करीब 100 देशों की मदद की। 

‘2024 में फिर मोदी’ के लगे नारे
ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री मोदी का इंतजार कर रहे लोगों ने उत्साह में ‘2024: मोदी फिर एक बार’ के नारे लगाए। 

भारतीयों ने किया मोदी का भव्य स्वागत
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जब जर्मनी की राजधानी पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए भारतीय समुदाय सड़कों पर उमड़ पड़ा। बर्लिन के ऐतिहासिक ब्रैंडनबर्ग गेट पर हर ओर भारतीय रंग और विविधता नजर आ रही थी। महाराष्ट्र की महिलाओं ने पारंपरिक नौ गज लंबी पैठनी साड़ी में लेजिम नृत्य कर पीएम का स्वागत किया।

ड्रम बजा रहे पुणे के ढोल-ताशा समूह के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज की वेशभूषा वाला शख्स यहां सबका ध्यान अपनी ओर खींच रखा था। यहां पहुंचने के बाद मोदी ने ट्वीट किया, बर्लिन में अभी सुबह ही हुई है लेकिन भारतीय समुदाय के कई लोग पहुंचे हुए हैं। उनसे बात कर अच्छा लगा। अपने लोगों की उपलब्धियों पर भारत को गर्व है। भारतीयों ने अपने प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए ब्रैंडनबर्ग गेट पर नृत्य एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया था। जर्मनी में भारतीय मूल के दो लाख से अधिक लोग रहते हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत ने पिछले तीन दशक की राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को सिर्फ एक बटन दबाकर खत्म कर दिया। बर्लिन के पोट्सडेमर प्लाट्ज ऑडिटोरियम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का युवा भारत तेज विकास चाहता है और वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी जरूरी है।

सकारात्मक बदलाव और तेज विकास की आकांक्षा ही थी जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया।

मोदी ने कहा, कोई देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसके विकास का नेतृत्व करें, देश आगे बढ़ता है, जब देश के लोग उसकी दिशा तय करें। आज के भारत में सरकार नहीं बल्कि देश के कोटि-कोटि जन ही ड्राइविंग फोर्स हैं। मोदी ने कहा, नया भारत सिर्फ सुरक्षित भविष्य की नहीं सोचता, बल्कि जोखिम लेता है, नवोन्मेष करता है। मुझे याद है, 2014 के आसपास, हमारे देश में चार सौ के करीब ही स्टार्टअप्स हुआ करते थे। आज 68 हजार से भी ज्यादा हैं और दर्जनों यूनिकॉर्न हैं।

भारत सरकार नवोन्मेष करने वालों के पांवों में जंजीर डालकर नहीं, उनमें जोश भरकर, उन्हें आगे बढ़ा रही है। मेक इन इंडिया आज आत्मनिर्भर भारत की ड्राइविंग फोर्स बन रही है। उन्होंने कहा, अगर हम वस्तु एवं सेवा को देखें तो पिछले साल, भारत से 670 बिलियन डॉलर यानी करीब-करीब 50 लाख करोड़ रुपये का निर्यात हुआ।

वैश्विक बन रहा है भारत

21वीं सदी के इस तीसरे दशक की सबसे बड़ी सच्चाई यह है कि भारत वैश्विक बन रहा है। कोरोना के काल में भारत ने 150 से ज्यादा देशों को जरूरी दवाइयां भेजकर कई जिंदगियां बचाने में मदद की। भारत को कोविड वैक्सीन बनाने में सफलता मिली तो हमने अपनी वैक्सीन से करीब 100 देशों की मदद की। 

‘2024 में फिर मोदी’ के लगे नारे

ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री मोदी का इंतजार कर रहे लोगों ने उत्साह में ‘2024: मोदी फिर एक बार’ के नारे लगाए। 

भारतीयों ने किया मोदी का भव्य स्वागत

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जब जर्मनी की राजधानी पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए भारतीय समुदाय सड़कों पर उमड़ पड़ा। बर्लिन के ऐतिहासिक ब्रैंडनबर्ग गेट पर हर ओर भारतीय रंग और विविधता नजर आ रही थी। महाराष्ट्र की महिलाओं ने पारंपरिक नौ गज लंबी पैठनी साड़ी में लेजिम नृत्य कर पीएम का स्वागत किया।

ड्रम बजा रहे पुणे के ढोल-ताशा समूह के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज की वेशभूषा वाला शख्स यहां सबका ध्यान अपनी ओर खींच रखा था। यहां पहुंचने के बाद मोदी ने ट्वीट किया, बर्लिन में अभी सुबह ही हुई है लेकिन भारतीय समुदाय के कई लोग पहुंचे हुए हैं। उनसे बात कर अच्छा लगा। अपने लोगों की उपलब्धियों पर भारत को गर्व है। भारतीयों ने अपने प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए ब्रैंडनबर्ग गेट पर नृत्य एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया था। जर्मनी में भारतीय मूल के दो लाख से अधिक लोग रहते हैं।



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By attkley

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