अरुण गोविल का अगर परिचय दिया जाए तो वह एक काबिल अभिनेता कहलाए जाएंगे। एक पूरी पीढ़ी ने उन्हें राम के रूप में जाना है। और… यही उनके शानदार कलाकर होने का प्रमाण है। आज से करीब तीन दशक पहले के किस्से जब बताए जाते हैं तो उनमें एक किस्सा रामायण के प्रसारण का होता है। बताया जाता है कि कि जब टेलिविजन पर रामायण प्रसारित होती तो सड़कें वीरान हो जाया करतीं। लोग टीवी के आगे समूह में बैठा करते। रामायण शुरू होती तो बुजुर्ग महिलाएं यों हाथ जोड़कर बैठतीं जैसे किसी धार्मिक स्थल पर हों या साक्षात श्रीराम ने दर्शन दिए हों। सिर्फ शहर ही नहीं, ग्रामीण इलाकों में भी रामानंद सागर की रामायण की वैसी ही दीवानगी थी। बिजली न होने पर लोग ट्रैक्टर की बैटरी एडवांस में निकालकर रखते,ताकि रामायण देखी जा सके। सिर्फ एक टेलिविजन पर पूरा गांव रामायण देख लिया करता। मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जो चरित्र रामायण में है, पर्दे पर उसके साथ अरुण गोविल पूरी तरह न्याय करने में कामयाब रहे। धीर-गंभीर, त्यागी और मर्यादित राम। रामानंद सागर की रामायण में अरुण गोविल ने राम के रोल को इस तरह जीया कि दर्शकों ने फिर किसी अन्य किरदार में उन्हें स्वीकार ही नहीं किया। हालांकि एक बार फिर अरुण गोविल राम के ही किरदार में दिखाई देंगे। वह अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओह माय गॉड 2’ में राम के रोल में नजर आएंगे। 

बनेंगे बड़े पर्दे के राम

वर्ष 1987 में रामानंद सागर की टीवी सीरीज रामायण में राम के किरदार को जीने के बाद अरुण गोविल बड़े पर्दे पर राम बनते नजर आएंगे। यह बात उनके फैंस को रोमांचित करने वाली है। मगर, उनके रामायण वाले राम के किरदार को भुलाना आसान नहीं। टीवी पर रामायण के प्रसारण के बाद लोग अरुण गोविल को ही राम मानकर बैठ गए थे। उनके प्रति लोगों में भक्ति भाव ऐसा था कि अगर अरुण गोविल कहीं सार्वजनिक जगहों पर दिख जाते तो लोग उनके पैर छूने भागने लगते। शायद अरुण गोविल के उस किरदार के प्रति लोगों की दीवानगी को देखते हुए ही उन्हें इस फिल्म में मौका दिया गया है। बता दें कि ‘ओह माय गॉड 2’ में अरुण गोविल को राम के किरदार में लेने की इच्छा अक्षय कुमार ने जताई थी। ‘ओह माय गॉड 2’ वर्ष 2012 में आई फिल्म ‘ओह माय गॉड’ की सीक्वल है। इसमें अरुण गोविल अपना लीजेंड्री किरदार निभाते नजर आएंगे। इसी बहाने जानते हैं उनके इस किरदार से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से…

रामानंद सागर ने कर दिया था रिजेक्ट

अरुण गोविल को भले ही लोग राम के रूप में जानते हैं। मगर, सुनकर हैरानी होगी कि इस किरदार ने लिए रामानंद सागर ने अरुण गोविल को रिजेक्ट कर दिया था। अरुण गोविल ने ‘द कपिल शर्मा शो’ में यह मजेदार बात खुद बताई थी। अरुण ने बताया था, ‘जब मुझे पता चला कि रामानंद सागर ‘रामायण’ बना रहे हैं तो मैं उनके पास रोल मांगने पहुंच गया। मैंने उनसे कहा कि मैं राम का किरदार निभाना चाहता हूं। उन्होंने मुझे देखा और कहा कि ठीक है जब समय आएगा, तब देखा जाएगा। जब धारावाहिक के लिए ऑडिशन शुरू हुए तो मुझे भी बुलाया ,लेकिन शो की टीम को मेरा ऑडिशन पसंद नहीं आया और मुझे रिजेक्ट कर दिया गया।

चेहरे की मुस्कान ने बना दी बात

ऑडिशन में पास न होने पर अरुण गोविल दुखी और निराश हो गए थे।  फिर एक दिन अचानक रामानंद सागर का फोन आया और उन्होंने अरुण गोविल को मिलने के लिए बुलाया। अरुण गोविल के मुताबिक, ‘जब मैं उनसे मिलने पहुंचा तो कहा कि हमे तेरे जैसा राम नहीं मिल रहा है।’ रामानंद सागर को अरुण गोविल की मुस्कान बेहद अच्छी लगी थी, यही एक वजह थी जिस कारण अरुण गोविल का सलेक्शन हुआ। राम का किरदार मिलने के बाद अरुण गोविल ने जो रिकॉर्ड बनाया, उसके बारे में शायद बताने की जरूरत नहीं है।

छोड़ दी थी सिगरेट की लत

‘द कपिल शर्मा शो’ में अरुण गोविल ने एक दिलचस्प किस्सा और साझा किया। उन्होंने बताया, ‘उन दिनों मैं एक तमिल की शूटिंग कर कर रहा था। इस फिल्म में मैं बालाजी तिरुपति के किरदार में था। मुझे तब सिगरेट पीने का शौक था। एक बार मैं सेट पर ही एक पर्दे के पीछे जाकर सिगरेट पीने लगा। अचानक वहां एक शख्स आए और घूरकर देखते हुए ना जाने क्या-क्या सुना गए। मुझे भाषा समझ नहीं आई तो मैंने पास में ही खड़े एक शख्स से पूछा कि यह मुझसे क्या कह रहे थे? इस पर मुझे पता चला कि वह सज्जन कह रहे थे कि हम तो तुम्हें भगवान समझते हैं और तुम यहां बैठ कर सिगरेट पी रहे हो?’ उस शख्स की बात ने अरुण गोविल पर ऐसा असर किया कि उस दिन के बाद उन्होंने सिगरेट छोड़ दी।



Source link

By attkley

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *