Russia Ukraine Crisis : स्नैक द्वीप से हटे रूस ने ओडेसा में दागी मिसाइलें, 19 लोगों की मौत, वीडियो में दिखा तबाह रिहायशी इमारतों का मलबा

Byattkley

Jul 1, 2022 , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , ,


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रूस-यूक्रेन युद्ध के 128वें दिन रूसी सेना ने यूक्रेनी बंदरगाह शहर ओडेसा पर मिसाइलें छोड़ीं। ओडेसा की रिहायशी इमारत पर हमले में दो बच्चों समेत 19 लोगों की मौत हो गई। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ जब रूसी सेना को काला सागर के अहम आइलैंड स्नैक द्वीप से एक दिन पहले पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा।

रूसी सेना ने स्नैक आइलैंड पर अपनी हार का बदला ओडेसा पर जोरदार मिसाइल हमले से लिया है। हमले में यह बहुमंजिला इमारत तबाह हो गई। एक वीडियो में ओडेसा की इमारतों का मलबा देखा गया। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख किरिल तिमोशेंको ने 19 मौतों की पुष्टि की। 

ओडेसा की क्षेत्रीय सरकार के प्रवक्ता सेरही ब्रातचुक ने कहा कि इस हमले में 30 अन्य लोग घायल हुए हैं। यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक, मिसाइल हमले का निशाना एक बहुमंजिला रिहायशी इमारत और एक मनोरंजन क्षेत्र था। बता दें, स्नैक आइलैंड यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच भीषण जंग का मैदान बना हुआ है।

युद्ध में हारे रूसी हमारे नागरिकों पर निकाल रहे भड़ास
ओडेसा से मात्र 50 किमी दूर सेर्हिव्का शहर में इमारतों पर रूसी सेना ने कई हमले किए। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा रूसी हमलावरों ने तीन एक्स-22 मिसाइलें दागीं। इनसे एक अपार्टमेंट और दो शिविरों पर निशाना साधा गया। यूक्रेनी राष्ट्रपति के कर्मचारी प्रमुख एंद्री यरमक ने कहा, एक आतंकी देश हमारे लोगों को मार रहा है। युद्ध के मैदान में हारने के बाद वे नागरिकों पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।

यूक्रेन के पास सिर्फ 3 व्यावसायिक बंदरगाह ही बचे
यूक्रेन के पास अब केवल 3 व्यावसायिक बंदरगाह ही बचे हैं और वहां तक जाने के लिए स्नैक आइलैंड पर कब्जा बहुत जरूरी था। यही वजह है कि यूक्रेन अपने गेहूं का निर्यात नहीं कर पा रहा था। रूसी सेना को जब इस आइलैंड से भागना पड़ा तब उसने अपनी बौखलाहट ओडेसा की आवासीय इमारतों पर हमला करके निकाली। भागने वाले रूसी सैनिकों की सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया गया है।

जी-7 व नाटो वार्ता ने रूस-चीन और पश्चिम में दूरी और बढ़ाई
तीन दशकों में यूरोप में पहला बड़ा युद्ध, दशकों में उच्चतम मुद्रास्फीति दर और तेजी से बिगड़ते वैश्विक खाद्य संकट के बीच पश्चिमी नेताओं ने दो प्रमुख शिखर सम्मेलनों में शिरकत की। जी7 के देश जर्मनी में जमा हुए और नाटो नेता मैड्रिड में एकत्र हुए। दोनों सम्मेलनों के नतीजे पश्चिमी-प्रभुत्व वाले वैश्विक शासन की सीमाओं और गहन ध्रुवीकरण की ओर इशारा करते हैं। इस कारण चीन-रूस और पश्चिम में दूरी और बढ़ गई। इन्हीं सम्मेलनों के समानांतर रूस ने यूक्रेन पर हमले काफी तेज कर दिए। 

ईयू सदस्यता पर जल्द घोषणा करेंगे जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की अपने देश की यूरोपीय संघ (ईयू) सदस्यता वार्ता के संबंध में जल्द घोषणा करेंगे। बृहस्पतिवार देर रात राष्ट्र के नाम एक वीडियो संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा, सरकारी अधिकारियों, प्रतिनियुक्तियों और राजनयिकों को इस पर 24 घंटे, सप्ताह के सातों दिन काम करने की आवश्यकता है। यूक्रेन के यूरोपीय एकीकरण को रोका नहीं जा सकता है।

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रूस-यूक्रेन युद्ध के 128वें दिन रूसी सेना ने यूक्रेनी बंदरगाह शहर ओडेसा पर मिसाइलें छोड़ीं। ओडेसा की रिहायशी इमारत पर हमले में दो बच्चों समेत 19 लोगों की मौत हो गई। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ जब रूसी सेना को काला सागर के अहम आइलैंड स्नैक द्वीप से एक दिन पहले पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा।

रूसी सेना ने स्नैक आइलैंड पर अपनी हार का बदला ओडेसा पर जोरदार मिसाइल हमले से लिया है। हमले में यह बहुमंजिला इमारत तबाह हो गई। एक वीडियो में ओडेसा की इमारतों का मलबा देखा गया। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख किरिल तिमोशेंको ने 19 मौतों की पुष्टि की। 

ओडेसा की क्षेत्रीय सरकार के प्रवक्ता सेरही ब्रातचुक ने कहा कि इस हमले में 30 अन्य लोग घायल हुए हैं। यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक, मिसाइल हमले का निशाना एक बहुमंजिला रिहायशी इमारत और एक मनोरंजन क्षेत्र था। बता दें, स्नैक आइलैंड यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच भीषण जंग का मैदान बना हुआ है।



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