Bihar News: बिहार की सत्ता में एक बार फिर लालू परिवार की वापसी हुई है. पार्टी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक इसका जश्न मना रहे हैं. साल 2005 के बाद से लालू परिवार बिहार की सत्ता से दूर था. 2015 में जब जेडीयू के साथ आरजेडी का पहला महागठबंधन बना तो 18 महीने के लिए तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री रहे. उनके भाई तेज प्रताप यादव भी मंत्री रहे. 

लेकिन 2017 में जेडीयू और आरजेडी की राहें जुदा हो गईं और नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली. इस बीच तेजस्वी यादव राजनीति में अपने पंजे पैने करते रहे. सियासी दांव-पेच सीखते रहे. पिता की विरासत संभालने और पार्टी को मजबूत करने के लिए खुद को उन्होंने और परिपक्व बनाया. 2020 बिहार चुनाव में भी उनका नेतृत्व देखने को मिला. इस बीच 10 दिसंबर 2021 को उनकी शादी उनकी पुरानी दोस्त राजश्री उर्फ रेचल से हुई. बिहार में एक चर्चा जोरों पर थी कि राजश्री यादव तेजस्वी यादव और लालू परिवार के लिए भाग्यशाली साबित होंगी. 

लकी चार्म साबित हुईं राजश्री

शादी करने के महज 9 महीने बाद ही तेजस्वी यादव फिर से उपमुख्यमंत्री बन गए हैं. तेजस्वी यादव की जिंदगी में राजश्री एक साल पहले आई थीं, तभी से लालू परिवार के लिए सितारे बदलने लगे. मेडिकल आधार पर लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में जमानत मिल गई. विभिन्न मुद्दों पर तेजस्वी यादव और बाकी सदस्यों से नाखुश चल रहे तेजप्रताप भी परिवार के करीब आए. वह तेजस्वी यादव की शादी में शरीक हुए और उनके साथ डांस करते भी देखे गए. उसके बाद से तेज प्रताप की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला कि वह परिवार के लोगों से नाराज हैं. 

राजश्री से शादी के बाद तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबंध भी सुधरे हैं. इफ्तार पार्टी के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राबड़ी देवी के घर भी पहुंचे थे. उसके बाद से नीतीश और तेजस्वी के बीच कई बार मुलाकात हुई. तेजस्वी के शपथग्रहण के वक्त राजश्री यादव ने कहा था कि वह बेहद खुश हैं कि उनके पति बिहार के डिप्टी सीएम बन गए हैं. उन्होंने इसके लिए बिहार के लोगों और सीएम नीतीश कुमार का शुक्रिया अदा किया था. 

(IANS के इनपुट के साथ)

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By attkley

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