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राजस्थान के जालोर जिले में दलित छात्र की मौत के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पुलिस की समझाइश के बाद भी परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद पत्थरबाजी की गई है। साथ ही गाड़ियों में भी तोड़फोड़ का प्रयास किया गया है। मामला बढ़ता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं। 

बताया जा रहा है कि नाराज प्रदर्शनकारियों गांव के सभी रास्तों को गाड़ियां खड़ी कर बंद कर दिया है। पुलिस घायलों को अस्पताल भी नहीं ले भेज पा रही है। प्रशासन और परिजनों के बीच चल रही वार्ता फेल हो गई। जिसके बाद परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया है। इसके बाद हालात पुलिस के काबू से बाहर हो गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने लोगों को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया है। जिससे कई लोगों को चोटें आई हैं। 

जानें क्या है मामला?  
जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव में रहने वाला 9 साल का इंद्र मेघवाल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। 20 जुलाई को बच्चे ने स्कूल में रखे एक मटके से पानी पी लिया था। इस बात पर शिक्षक छैल सिंह ने उसकी पिटाई कर दी। घर पहुंचने पर उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ी तो पिता देवाराम ने उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे उदयपुर रेफर दिया। जहां कई दिन चले इलाज के बाद उसकी तबियत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद परिजन उसे अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में लेकर चल गए। जहां कई दिन चले इलाज के बाद बीते शनिवार को बच्चे की मौत हो गई थी। प्राथमिकी जांच में सामने आया है कि उसके पिटाई से उसके कान की नस फट गई थी। उसका एक हाथ और पैर भी ठीक से काम नहीं कर रहा था।    

विस्तार

राजस्थान के जालोर जिले में दलित छात्र की मौत के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पुलिस की समझाइश के बाद भी परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद पत्थरबाजी की गई है। साथ ही गाड़ियों में भी तोड़फोड़ का प्रयास किया गया है। मामला बढ़ता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं। 

बताया जा रहा है कि नाराज प्रदर्शनकारियों गांव के सभी रास्तों को गाड़ियां खड़ी कर बंद कर दिया है। पुलिस घायलों को अस्पताल भी नहीं ले भेज पा रही है। प्रशासन और परिजनों के बीच चल रही वार्ता फेल हो गई। जिसके बाद परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया है। इसके बाद हालात पुलिस के काबू से बाहर हो गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने लोगों को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया है। जिससे कई लोगों को चोटें आई हैं। 

जानें क्या है मामला?  

जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव में रहने वाला 9 साल का इंद्र मेघवाल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। 20 जुलाई को बच्चे ने स्कूल में रखे एक मटके से पानी पी लिया था। इस बात पर शिक्षक छैल सिंह ने उसकी पिटाई कर दी। घर पहुंचने पर उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ी तो पिता देवाराम ने उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे उदयपुर रेफर दिया। जहां कई दिन चले इलाज के बाद उसकी तबियत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद परिजन उसे अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में लेकर चल गए। जहां कई दिन चले इलाज के बाद बीते शनिवार को बच्चे की मौत हो गई थी। प्राथमिकी जांच में सामने आया है कि उसके पिटाई से उसके कान की नस फट गई थी। उसका एक हाथ और पैर भी ठीक से काम नहीं कर रहा था।    



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By attkley

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