मौसम
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देश में मौसम के मिजाज बदल रहे हैं। दक्षिण पश्चिम मानसून-2022 अधिकतर राज्यों में शानदार प्रदर्शन के बाद लौट रहा है और वर्षाऋतु की विदाई और शीतकाल के आगाज का संकेत हो रहा है। आज के मौसम की बात करें तो यूपी, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड समेत कुछ राज्यों में हल्की वर्षा हो सकती है, वहीं अधिकांश राज्यों में मौसम खुश्क रहेगा। उधर, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है और इनकी चोटियों पर बर्फ नजर आने लगी है। 

आज तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश अथवा एक दो जगह भारी बारिश हो सकती है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसी तरह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, केरल और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है। 

दिल्ली में छाए रहेंगे बादल
राजधानी दिल्ली व एनसीआर की बातें करें तो मौसम विभाग का कहना है कि यहां बादल छाए रहेंगे। अगले कुछ दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। चालू मानसून काल अब समापन की ओर है। बंगाल की खाड़ी व चक्रवाती हवाओं के चलते नमी मिलने से देश के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा के आसार हैं, लेकिन  उत्तर पश्चिम व मध्य भारत से मानसून लगभग विदा हो चुकाहै।

उत्तर भारत में भी मानसून बोरिया बिस्तर बांधने की ओर है। अब हवा की दिशा बदलने लगी है और पश्चिम की शुष्क बयार बहने लगी है। इसके उत्तरी होते ही कंपकंपी का दौर शुरू हो जाएगा। उधर, पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ हल्की वर्षा भी हो सकती है। 

मानसून की विदाई देरी से 
उत्तर-पश्चिमी भारत से इस बार मानसून की विदाई देरी से हो रही है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो मानसून अपने तय समय से एक सप्ताह की देरी से लौटेगा। आगामी दो अक्तूबर तक मानसून पूरी तरह से विदा हो सकता है। आमतौर पर 25 सितंबर तक यह दिल्ली-एनसीआर से विदा हो जाता है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बनने की वजह से अगले सप्ताह फिर से दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना है।
 
दिल्ली में बारिश से मौसम हुआ सुहावना
स्काईमेट वेदर के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत के मुताबिक, इस बार मानसून देरी से लौटेगा। दिल्ली-एनसीआर में बारिश का दौर थम गया है, लेकिन अभी दक्षिण-पश्चिम मानसून लौटा नहीं है। संभावना है कि यह दो अक्तूबर तक लौट जाएगा। पलावत ने बताया कि क्योंकि, इस वर्ष बार-बार बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बना, जिसकी वजह से बार-बार बारिश का दौर जारी रहा। पलावत के मुताबिक, मानसून की विदाई के बाद भी अगले सप्ताह दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना बनी हुई है।

बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दाब वाला क्षेत्र बन रहा है, जो कि मध्य भारत की ओर बढ़ेगा। इसका असर दिल्ली-एनसीआर में बारिश के रूप में देखने को मिल सकता है। इस कड़ी में आगामी पांच-छह अक्तूबर को बारिश की संभावना है। 

पलावत ने बताया कि सिर्फ उत्तर भारत से नहीं, बल्कि पूर्वी भारत से भी मानसून की विदाई देरी हो रही है। सामान्य तौर पर पूर्वोत्तर राज्यों से 30 सितंबर तक मानसून की विदाई हो जाती है, लेकिन इस बार करीब 10 अक्तूबर तक इसके लौटने की संभावना है। 

विस्तार

देश में मौसम के मिजाज बदल रहे हैं। दक्षिण पश्चिम मानसून-2022 अधिकतर राज्यों में शानदार प्रदर्शन के बाद लौट रहा है और वर्षाऋतु की विदाई और शीतकाल के आगाज का संकेत हो रहा है। आज के मौसम की बात करें तो यूपी, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड समेत कुछ राज्यों में हल्की वर्षा हो सकती है, वहीं अधिकांश राज्यों में मौसम खुश्क रहेगा। उधर, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है और इनकी चोटियों पर बर्फ नजर आने लगी है। 

आज तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश अथवा एक दो जगह भारी बारिश हो सकती है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसी तरह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, केरल और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है। 

दिल्ली में छाए रहेंगे बादल

राजधानी दिल्ली व एनसीआर की बातें करें तो मौसम विभाग का कहना है कि यहां बादल छाए रहेंगे। अगले कुछ दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। चालू मानसून काल अब समापन की ओर है। बंगाल की खाड़ी व चक्रवाती हवाओं के चलते नमी मिलने से देश के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा के आसार हैं, लेकिन  उत्तर पश्चिम व मध्य भारत से मानसून लगभग विदा हो चुकाहै।

उत्तर भारत में भी मानसून बोरिया बिस्तर बांधने की ओर है। अब हवा की दिशा बदलने लगी है और पश्चिम की शुष्क बयार बहने लगी है। इसके उत्तरी होते ही कंपकंपी का दौर शुरू हो जाएगा। उधर, पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ हल्की वर्षा भी हो सकती है। 

मानसून की विदाई देरी से 

उत्तर-पश्चिमी भारत से इस बार मानसून की विदाई देरी से हो रही है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो मानसून अपने तय समय से एक सप्ताह की देरी से लौटेगा। आगामी दो अक्तूबर तक मानसून पूरी तरह से विदा हो सकता है। आमतौर पर 25 सितंबर तक यह दिल्ली-एनसीआर से विदा हो जाता है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बनने की वजह से अगले सप्ताह फिर से दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना है।

 

दिल्ली में बारिश से मौसम हुआ सुहावना

स्काईमेट वेदर के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत के मुताबिक, इस बार मानसून देरी से लौटेगा। दिल्ली-एनसीआर में बारिश का दौर थम गया है, लेकिन अभी दक्षिण-पश्चिम मानसून लौटा नहीं है। संभावना है कि यह दो अक्तूबर तक लौट जाएगा। पलावत ने बताया कि क्योंकि, इस वर्ष बार-बार बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बना, जिसकी वजह से बार-बार बारिश का दौर जारी रहा। पलावत के मुताबिक, मानसून की विदाई के बाद भी अगले सप्ताह दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना बनी हुई है।

बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दाब वाला क्षेत्र बन रहा है, जो कि मध्य भारत की ओर बढ़ेगा। इसका असर दिल्ली-एनसीआर में बारिश के रूप में देखने को मिल सकता है। इस कड़ी में आगामी पांच-छह अक्तूबर को बारिश की संभावना है। 

पलावत ने बताया कि सिर्फ उत्तर भारत से नहीं, बल्कि पूर्वी भारत से भी मानसून की विदाई देरी हो रही है। सामान्य तौर पर पूर्वोत्तर राज्यों से 30 सितंबर तक मानसून की विदाई हो जाती है, लेकिन इस बार करीब 10 अक्तूबर तक इसके लौटने की संभावना है। 



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By attkley

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