दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्से इन दिनों गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 470 जबकि नोएडा में 560 से अधिक दर्ज किया गया है। इतनी प्रदूषित हवा को सेहत के लिहाजे से बहुत हानिकारक माना जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को प्रदूषण से बचाव के उपाय करते रहना जरूरी है। वायु प्रदूषण के लगातार संपर्क में रहने के कारण जिन अंगों को सबसे ज्यादा प्रभावित देखा जाता रहा है, फेफड़े उनमें से एक है। प्रदूषण में सांस लेने से हानिकारक तत्व आपके वायुमार्ग से होते हुए फेफड़ो में चले जाते हैं, जो समय के साथ कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, प्रदूषण के कारण हृदय और फेफड़ों को शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। अध्ययनों में पाया गया है कि लंबे समय तक प्रदूषण वाले इलाकों में रहने वालों के फेफड़े की क्षमता कमजोर हो जाती है। इस तरह के जोखिमों से बचाव और फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए दिनचर्या में योगासनों को शामिल करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
योग के अभ्यास की आदत श्वसन विकारों को दूर करने के साथ फेफड़ों को मजबूती देते हैं और इससे संबंधित रोगों के जोखिम को भी कम करते हैं। आइए जानते हैं कि इस अंग की मजबूती के लिए कौन से योगासनों का अभ्यास लाभकारी माना जाता है?