फीफा वर्ल्ड कप के पहले क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया ने पांच बार की चैंपियन ब्राजील को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है। क्रोएशिया की टीम लगातार दूसरे सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करने में कामयाब रही। 2018 फीफा वर्ल्ड कप में भी टीम फाइनल में पहुंची थी। क्रोएशिया ने एक्स्ट्रा टाइम में 1-1 से स्कोर बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया। इस जीत के साथ फीफा वर्ल्ड कप के नॉकआउट में क्रोएशिया ने पेनल्टी शूटआउट में 100 प्रतिशत जीत के रिकॉर्ड को बरकरार रखा है।
क्रोएशिया के लिए एकबार फिर उनके गोलकीपर लिवाकोविच हीरो बनकर उभरे। लिवाकोविच ने पेनल्टी शूटआउट के दौरान एक शॉट सेव किया। वहीं, एक शॉट गोल पोस्ट से लगकर डिफ्लेक्ट हो गया। क्रोएशिया ने इससे पहले प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान को भी पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराया था। उस मैच में भी क्रोएशियाई गोलकीपर लिवाकोविच ने कुछ बेहतरीन सेव्स किए थे। क्रोएशिया के अब तक सभी फीफा वर्ल्ड कप को मिलाकर नॉकआउट राउंड के चार मैच पेनल्टी शूटआउट में गए हैं और चारों मैच क्रोएशिया ने अपने नाम किए हैं।
2018 फीफा वर्ल्ड कप में क्रोएशियाई टीम फाइनलिस्ट रही थी। तब उन्होंने राउंड ऑफ-16 में डेनमार्क को और क्वार्टर फाइनल में रूस को पेनल्टी शूटआउट में हराया था। वहीं, इस वर्ल्ड कप में जापान के बाद ब्राजील को पेनल्टी शूटआउट में हराया है। अब क्रोएशिया का सामना दूसरे क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना और नीदरलैंड के बीच जीतने वाली टीम से होगा।
क्रोएशियाई गोलकीपर लिवाकोविच
पेनल्टी शूटआउट में शुरू में दोनों टीमों को पांच-पांच शॉट दिए जाते हैं।
पहला शॉट क्रोएशिया के निकोला व्लासिच लेने आए। उन्होंने ब्राजील के गोलकीपर एलिसन बेकर को छकाते हुए बेहतरीन गोल दागा।
इसके बाद ब्राजील की ओर से पहला शॉट लेने रॉड्रिगो आए और उनका शॉट क्रोएशियाई गोलकीपर लिवाकोविच ने रोक लिया।
क्रोएशिया की ओर से दूसरा शॉट लेने लोवरो माएर आए। उन्होंने गोल दागा और अपनी टीम को 2-0 की बढ़त दिलाई।
ब्राजील की ओर से दूसरा शॉट लेने अनुभवी कैसेमीरो आए। उन्होंने लिवाकोविच को छकाते हुए अपनी टीम की वापसी कराई और स्कोर 2-1 कर दिया।
क्रोएशिया की ओर से तीसरा शॉट लेने कप्तान लुका मॉड्रिच आए। उन्होंने बेहतरीन गोल दागा और स्कोर 3-1 कर दिया।
ब्राजील की ओर से तीसरा शॉट लेने पेड्रो आए। उन्होंने गोल दागा और स्कोर 3-2 कर दिया।
क्रोएशिया की ओर से चौथा शॉट लेने मिस्लाव ओरसिच आए। उन्होंने गोल दाग अपनी टीम को महत्वपूर्ण 4-2 की बढ़त दिलाई।
क्रोएशिया के 4-2 से बढ़त लेने का मतलब था कि ब्राजील अगर एक शॉट मिस करती है तो वर्ल्ड कप से बाहर हो जाएगी। ब्राजील की ओर से चौथा शॉट लेने मार्क्विनहॉस आए। उनका शॉट गोल पोस्ट से टकरा कर वापस आ गया। इस तरह क्रोएशिया ने 4-2 से जीत हासिल की। पांचवें शॉट की जरूरत नहीं पड़ी।
हार के बाद निराश ब्राजील के खिलाड़ी
जीत से खुश क्रोएशियाई खिलाड़ी
फुल टाइम तक दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी थीं। इसके बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में पहुंचा यानी 30 मिनट का और खेल हुआ। ब्राजील के लिए एक्स्ट्रा टाइम में नेमार ने 105+1वें मिनट में गोल दागा। वहीं, क्रोएशिया ने दमदार वापसी करते हुए 116वें मिनट में गोल किया। क्रोएशिया के ब्रूनो पेटकोविच ने गोल किया। इससे स्कोर 1-1 की बराबरी पर आ गया। एक्स्ट्रा टाइम के खत्म होने तक स्कोर यही रहा। क्रोएशियाई टीम जब भी ग्रुप स्टेज पार करने में कामयाब हुई है, तब टीम अंतिम चार में पहुंचने में भी कामयाब रही है। इससे पहले 1998 और 2018 में भी क्रोएशियाई टीम ग्रुप स्टेज से ऊपर आने में कामयाब रही थी और अंतिम-चार में पहुंची थी। 2018 में क्रोएशियाई टीम फाइनल में पहुंची थी और फाइनल में उसे फ्रांस से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, ब्राजील की बात करें तो टीम पिछले पांच में से चार वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में हार कर बाहर हुई है। ब्राजील को पिछले छह वर्ल्ड कप नॉकआउट स्टेज मैच में यूरोपियन टीमों के हाथों हारकर ही बाहर होना पड़ा है। 2002 में टीम आखिरी बार हर नॉकआउट स्टेज में जीतकर फाइनल में जर्मनी को 2-0 से हराया था।
विस्तार
फीफा वर्ल्ड कप के पहले क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया ने पांच बार की चैंपियन ब्राजील को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है। क्रोएशिया की टीम लगातार दूसरे सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करने में कामयाब रही। 2018 फीफा वर्ल्ड कप में भी टीम फाइनल में पहुंची थी। क्रोएशिया ने एक्स्ट्रा टाइम में 1-1 से स्कोर बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया। इस जीत के साथ फीफा वर्ल्ड कप के नॉकआउट में क्रोएशिया ने पेनल्टी शूटआउट में 100 प्रतिशत जीत के रिकॉर्ड को बरकरार रखा है।