Delhi Bhalswa Dairy Case: भलस्वा डेयरी टारगेट किलिंग मामले में अब नया खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आतंकियों ने जिसकी हत्या की थी वो एक महज़ ट्रेलर था जिसकी स्क्रीनिंग लाइव पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को की गई थी. पुलिस के मुताबिक नोशाद और जगजीत ने जिस 21 साल के शख्स की हत्या गला रेतने के बाद कई टुकड़ो में की उसके हाथ मे त्रिशूल बना हुआ था.

सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपियों ने इस शख्स का चुनाव इस लिए किया था क्योंकि वो हिन्दू था. लिहाज़ा पाकिस्तान में बैठे सलमान नाम के अपने हैंडलर को उसकी हत्या का 37 सेकेंड का वीडियो भेजा. क्योंकि पाकिस्तान में बैठे आईएसआई से संपर्क रखने वाले सलमान ने इनको आदेश दिया था कि अगर ये दोनों अपनी काबलियत साबित करने में कामयाब हो जाते हैं, तो इनको पंजाब के एक बड़े हिन्दू लीडर की हत्या करने का जिम्मा सौंपा जाएगा.

सूत्रों के मुताबिक पंजाब में हिन्दू लीडर की हत्या करने के लिए ही इन दोनों के लिए हैंड ग्रेनेड का बंदोबस्त किया गया था. जिसके जरिये दोनों एक बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. लेकिन अपनी उस साजिश को वो अंजाम दे पाते उससे पहले इन दोनों ने भलस्वा डेरी के इस घर मे एक हिन्दू त्रिशूल धारी का सर तन से जुदा कर दिया. 

पुलिस के मुताबिक नौशाद एक आतंकी है और वो हत्या, एक्सटोर्शन जैसे मामलों में लम्बे समय तक जेल में रहा है. वो हरकत उल अंसार से जुड़ा था. जेल में उसकी मुलाकात लाल किले पर हमले के आरोपी आरिफ मोहम्मद और एक लश्कर ए तैयबा के आतंकी सोहैल से हुई. सोहैल 2018 में पाकिस्तान चला गया था. नौशाद अप्रैल 2022 में जेल से बाहर आने के बाद सोहैल और नौशाद के संपर्क में था. सोहैल ने नौशाद को प्रभावशाली हिंदुओं की हत्या का काम सौंपा था

जबकि जगजीत सिंह को खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कहा गया था. जगजीत खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला के संपर्क में था. इसके लिए नौशाद को उसके अकाउंट में 2 लाख रुपए भेजे गए. ये पैसा उसके साले के जरिए भेजा गया, उसका साला कतर में है. आरोपियों के पास से 3 पिस्टल, 22 कारतूस और 2 हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं. जबकि जिस जगह दोनों आतंकी रहते थे उस मकान मालिक को भी इस बारे में नहीं पता था. 

स्पेशल सेल अब इन दोनों आतंकियों से ये जानने में लगी है कि इनके हैंडलर किस बड़े हिन्दू नेता की हत्या की साजिश रच रहे थे. 

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By attkley

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