Delhi: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को बड़ा खुलासा किया. उन्होंने अपने पिता से जुड़ी हुई कई बातें साझा की. उन्होंने कहा कि मेरे पिता एक ब्यूरोक्रेट थे. जो बाद में सचिव बने थे. लेकिन उनके साथ बहुत अन्याय हुआ. पहले इंदिरा फिर राजीव गांधी ने उनके साथ अन्याय किया. जयशंकर के पिता डॉ. के सुब्रमण्यम एक रणनीतिक विशेषज्ञ माने जाते है. एस जयशंक ने यह बातें मंगलवार को ब्यूरोक्रेट्स से मिनिस्टर बनने के अपने सफर की दास्तान सुनाते हुए बताई. एस जयशंकर ने एएनआई के साथ इंटरव्यू में और भी तमाम बातें साझा की हैं. मंत्री जयशंकर के मुताबिक वह एक विदेश सेवा अधिकारी बनना चाहते थे और ऐसा सोचते हुए उनके सामने पिता का अक्स बन जाता था. जयशंकर ने बताया कि उनके पिता डॉ. के सुब्रमण्यम ने अपने कैरियर की शुरुआत 1979 में जनता सरकार से शुरू की थी. जयशंकर के पिता का 2011 में निधन हो गया था और वह अपने बेटे को सचिव बनते हुए नहीं देख सके थे.