प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के बेलगावी में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13वीं किस्त जारी की। इस दौरान उन्होंने 2,700 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की बहु-विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने के साथ ही पुनर्विकसित बेलगावी रेलवे स्टेशन भवन को राष्ट्र को समर्पित किया।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल हमारे देश में, कर्नाटक में स्टार्टअप्स की बहुत चर्चा होती है। मगर हम देखें तो बेलगावी में तो 100 साल पहले ही स्टार्टअप्स की शुरूआत हो गई थी और तभी से बेलगावी अनेक प्रकार की उद्योग के लिए इतना बड़ा बेस बन गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है उनसे बेलगावी की विकास में नई गति आएगी। सैंकड़ों करोड़ रुपए के परियोजनाओं कनेक्टिविटी, पानी की व्यवस्था से जुड़े हैं। आप सभी को इन सभी विकास की योजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
छोटे किसानों के खातों में अब तक 2.5 लाख करोड़ रुपया जमा
उन्होंने कहा कि आज का बदलता हुआ भारत हर वंचित को वरीयता देते हुए एक के बाद एक विकास के काम कर रहा है। हमारे देश में दशकों तक छोटे किसानों को नजरअंदाज किया गया, अब यही छोटे किसान BJP सरकार की प्राथमिकता हैं। इन छोटे किसानों के खातों में अब तक 2.5 लाख करोड़ रुपया जमा किया जा चुका है।
हमारा कृषि बजट 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 के बाद से देश लगातार कृषि में एक सार्थक बदलाव की तरफ बढ़ रहा है। BJP सरकार में हम कृषि को आधुनिकता से जोड़ रहे हैं। कृषि को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं। साल 2014 में भारत का कृषि का बजट 25 हजार करोड़ था। इस बार हमारा कृषि बजट 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है।
किसानों के तकनीक से भी फायदा
उन्होंने कहा कि हमने तकनीक पर बल दिया जिसका फायदा भी किसानों को मिल रहा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर जन-धन बैंक खाते ना होते, मोबाईल कनेक्शन ना बढ़ता, आधार ना होता तो क्या ये सब संभव हो पाता।
कांग्रेस पर भी निशाना साधा
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं मल्लिकार्जुन खरगे जी का बहुत सम्मान करता हूं। अभी कांग्रेस का अधिवेशन चल रहा था, वो सबसे सीनियर नेता हैं। वहां धूप थी, लेकिन धूप में छतरी का सौभाग्य उनको नसीब नहीं हुआ, बल्कि छाता किसी और के लिए लगा था। ये देख कर जनता समझ रही है कि रिमोट कंट्रोल किसके हाथ में है।