गांधी परिवार
– फोटो : AMAR UJALA
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2024 के चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में लग चुकी हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी सभी दल जोरशोर से तैयारी में लगे हैं। कोई 2019 में हारी सीटों पर जीत दर्ज करने का फॉर्मूला खोज रहा है तो कोई उप-चुनाव में मिली जीत के फॉर्मूले को हर सीट पर लागू करने की तैयारी कर रहा है। इसी सूची में कांग्रेस भी शामिल है। पार्टी की प्रतिष्ठा का सवाल रहने वाली दो सीटों अमेठी और रायबरेली को लेकर खबरें आने लगी हैं।
पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारियों की मानें तो ये दोनों सीटें गांधी परिवार अपने पास ही रखेगा। सोनिया गांधी के न लड़ने पर रायबरेली से प्रियंका भाग्य आजमाएंगी। राहुल गांधी का अमेठी से उतरना भी करीब-करीब तय माना जा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल की हार और कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में सोनिया गांधी के बयान से इन सीटों को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
आइये जानते हैं इन दोनों सीटों का चुनावी इतिहास क्या रहा है? कब-कब इन सीटों पर गांधी परिवार के सदस्य चुनाव मैदान में उतरे। कब इन्हें जीत मिली और कब हार का सामना करना पड़ा? पिछले चुनाव में इन दोनों सीटों पर क्या हुआ था? अलगे चुनाव में क्या हो सकता है?