कामुक युवकों को मिलती थी JOB
मुगल इतिहासकारों के मुताबिक उनके हरम में खूबसूरत, कोमल और कामुक किस्म के युवा लड़को को रखा जाता था. कहा जाता है कि दुनिया के कई बादशाह अपने हरम में औरतों के अलावा कुछ युवकों को भी जगह देते थे. जहां उनके साथ मुकम्मल इश्क फरमाया जाता था.
मुगल काल के समलैंगिक रिश्ते
द हिंदू में छपे एक आर्टिकल के मुताबिक मुगल वंश का संस्थापक बाबर भी समलैंगिक था. बाबरनामा का अनुवाद करने वालों के मुताबिक बाबर को नवयुवकों से प्रेम था. वो जितना लड़ाका था उतना ही कामुक था.
शाहजहां के काल में समलैंगिकता
माना जाता है कि उस वक्त तक भारत में समलैंगिकता के नजीर देखने को नहीं आए थे. शाहजहां के समय की एक घटना मशहूर है, जिसका ज़िक्र इतिहासकार टवेरनियर ने किया है. उनके मुताबिक बुरहानपुर के एक गवर्नर की हत्या हुई, पता चला कि हत्या समलैंगिकता के चक्कर में हुई.
कहते हैं गवर्नर का दिल एक युवा पर आ गया था. वह उसके साथ प्रेम संबंध स्थापित करना चाहते थे. लेकिन युवक तैयार नहीं था. उसने खिन्नता में आकर गवर्नर की हत्या कर दी.
अकबर काल में समलैंगिक इश्क
इतिहासकार कहते हैं अकबर के शासन काल में भी ऐसी की घटना हुई. अकबर के दरबार में तब खान जमान उर्फ अली कुली खान हुआ करता था. वह पानीपत की दूसरी जंग का हीरो कहा जाता था, कहते हैं अकबर के एक सिपाही शमीम बेग पर उसका दिल आ गया था. जबकि वह अकबर का खास सिपाही था.
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