Mughal and Persians: मुगलों की मूल भाषा शुरुआत में ‘तुर्की’ (Turkey) रही है. इसके बावजूद मुगलों के राज में ‘फारसी’ भाषा (Persian Language) जमकर फली फूली. मुगलों का फारसी भाषा और संस्कृति से नाता भले न रहा हो लेकिन बाबर (Babar) से लेकर अकबर (Akbar) तक सभी ने फारसी अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इतिहासकारों के मुताबिक मुगलों का फारसी भाषा से प्रेम इसलिए हैरान करता है कि पर्सियन (Persians) लोग, मुगलों को गंवार मानते थे. 


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By attkley

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