भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से की मुलाकात।
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बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को कहा कि बांग्लादेश और भारत की सेनाओं को आपसी सहयोग को मजबूत करना चाहिए। साथ ही उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग के लिए एक नए क्षेत्र के रूप में अंतरराष्ट्रीय शांति अभियानों में साझेदारी का भी सुझाव दिया। बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार को ढाका पहुंचे भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने हसीना के सरकारी आवास पर उनसे शिष्टाचार मुलाकात की। इसी दौरान हसीना ने यह टिप्पणी की।

प्रधानमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता के अनुसार, हसीना ने जनरल पांडे से कहा कि दोनों पड़ोसी देशों की सेनाओं के बीच सहयोग को और मजबूत किया जाना चाहिए। पांडे ने मंगलवार को हसीना से मुलाकात की और चट्टोग्राम (Chattogram) में बांग्लादेश सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया।

अपनी सरकार द्वारा बांग्लादेश इंस्टीट्यूट ऑफ पीस सपोर्ट ऑपरेशन ट्रेनिंग (BIPSOT) की स्थापना का उल्लेख करते हुए हसीना ने कहा कि दोनों देशों के बीच पारस्परिक कल्याण के लिए गतिविधियों के आदान-प्रदान के अवसर हैं। मुलाकात के दौरान शेख हसीना ने बांग्लादेश के 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान भारत सरकार, भारतीय सेना और भारत के लोगों के समर्थन और भूमिका को आभार के साथ याद किया। 

हसीना ने कहा कि गरीबी दोनों देशों के लिए एक चुनौती बनी हुई है और बांग्लादेश और भारत को इसे हराने के लिए हाथ मिलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ढाका और नई दिल्ली ने अपने संबंधों में सामाजिक और आर्थिक विकास को महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि गरीबी क्षेत्र के लोगों की मुख्य शत्रु है और इस क्षेत्र के देशों को गरीबी उन्मूलन के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। बांग्लादेश एक अत्यधिक आबादी वाला देश है, लेकिन उसकी सरकार विभिन्न सीमाओं और सीमित संसाधनों के बावजूद इसे सामाजिक-आर्थिक रूप से आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।

भारतीय सेना प्रमुख पांडे ने कहा कि रक्षा उद्योग क्षेत्र में बांग्लादेश और भारत के बीच सहयोग बहुत अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। पांडे ने उन्हें आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में बांग्लादेश की सेना के आधुनिकीकरण के लिए भारत का सहयोग जारी रहेगा और दोनों मित्र देशों के बीच तकनीकी और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने की क्षमता है। भारतीय सेना प्रमुख ने पारस्परिक लाभ के लिए इन अवसरों का उपयोग करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

पांडे ने प्रधानमंत्री हसीना को बताया कि उन्होंने चट्टोग्राम में बांग्लादेश सैन्य अकादमी का दौरा किया और वहां की आधुनिक सुविधाओं को देखकर वे सच में प्रभावित हुए। इससे पहले मंगलवार को भारतीय सेना प्रमुख बांग्लादेश सैन्य अकादमी (बीएमए) में बांग्लादेश सेना के 84वें लंबे कोर्स के ऑफिसर कैडेट्स के पासिंग आउट समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और परेड का निरीक्षण किया। साथ ही पासिंग आउट कोर्स के पुरस्कार विजेताओं को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।

भारतीय सेना प्रमुख ने कैडेट से बातचीत की और बीएमए से पासिंग आउट कोर्स के मित्र देशों के सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट के लिए स्थापित ‘बांग्लादेश-भारत मैत्री ट्रॉफी’ प्रदान की।पहली ट्रॉफी इस वर्ष तंजानिया के कैडेट एवर्टन को प्रदान की गई।

जनरल पांडे ने सोमवार को यहां अपने बांग्लादेशी समकक्ष जनरल एसएम शफीउद्दीन अहमद से मुलाकात की और पारस्परिक हित के विभिन्न पहलुओं के साथ ही द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों को और विस्तार देने के तरीकों पर चर्चा की। बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की मीडिया इकाई ‘द इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स डायरेक्टरेट’ (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि दोनों सेना प्रमुखों ने दोनों देशों की प्रगति के लिए मौजूदा द्विपक्षीय संबंधों और भविष्य के सहयोग पर चर्चा की।



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By attkley

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