सेना तैयारियों में जुटी।
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गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। आज शाम कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। किसी भी हालात से निपटने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की कई टीमें तैनात की गई हैं। सेना भी तैयार है। विंग कमांडर एन मनीष का कहना है कि गुजरात के साथ-साथ कई जगहों पर राहत स्तंभों को तैनात किया गया है।
विंग कमांडर ने कहा कि लोगों में चक्रवात को लेकर डर है। इसलिए जनता को होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए सभी सशस्त्र बल जो सेना, नौसेना, वायु सेना और भारतीय तट रक्षकों ने खुद को तैयार किया है। वह स्थानीय लोगों की हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने पूरे गुजरात के साथ-साथ मांडवी और द्वारका के स्थानों पर 27 से अधिक राहत स्तंभों को तैनात किया है। सेना के अधिकारियों ने भी नागरिक प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ टीमों के साथ संयुक्त रूप से राहत अभियान शुरू किया है।
बेहद खतरनाक चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात के तटीय शहरों के पास पहुंचने पर भारतीय सशस्त्र बलों ने लोगों को सुरक्षित बचाने का जिम्मा ले लिया है। इसी क्रम में, भारतीय नौसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत ईंट से लैस चार जहाजों को तैनात किया, जो सूचना मिलते ही सुरक्षा में जुड़ जाएंगे। इसके अलावा सेना ने पोरबंदर और ओखा में पांच राहत दल, वलसुरा में 15 राहत दल तैनात किए गए। ये अधिकारी लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। वहीं, गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा में तैनात हेलीकॉप्टर गुजरात में तत्काल परिवहन सेवा देने के लिए तैयार रखे गए।