पिघलते ग्लेशियर
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दुनिया के कई क्षेत्र जलवायु परिवर्तन से होने वाले दुष्प्रभावों का सामना कर रहे हैं। ग्लोबल वार्मिंग, कार्बन उत्सर्जन भी तमाम वैश्विक मंचों पर ज्वलंत मुद्दे बनकर उभरे हैं। इस बीच एक रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अगर ग्लोबल वार्मिंग को तत्काल कम नहीं किया जाता है तो साल 2100 तक हिमालय के 80 फीसदी ग्लेशियर पिघल जाएंगे। इससे भयंकर बाढ़ और हिमस्खलन होगा और लगभग दो अरब लोगों के जीवन और आजीविका पर असर पड़ेगा। आइए जानते हैं रिपोर्ट के बारे में…