मानसूनी बारिश की कमी से खेती पर असर
देश में मानसून (Monsoon Update) का एंट्री गेट माने जाने वाले केरल में भी मानसून इस बार एक सप्ताह की देरी से पहुंचा. इसके बाद आगे बढ़ने की गति और सुस्त होती चली गई है. मानसून के इस अनमनेपन से इस बार दक्षिणी राज्यों में वर्षा की कमी 70-80% तक बढ़ गई है. महाराष्ट्र में भी मानसूनी बारिश में 80-90% की बड़ी कमी देखी गई है. देश की कैपिटल सिटी कही जाने वाली मुंबई भी जून के पहले 3 हफ्तों में लगभग भूखी है.
क्या अल नीनो का मानसून पर असर?
मुंबई में हर साल जून में औसतन 526.3 मिमी बारिश (Weather Update Today) होती है लेकिन आधा जून गुजरने के बावजूद शहर में अब तक 17.1 मिमी बारिश ही हो पाई है. पिछले 7 दिनों में 24 घंटों में अधिकतम 6 मिमी के साथ कुछ बौछारें दर्ज की गई हैं. मुंबई में ऐसा ही दौर वर्ष 2009 में भी आया था, जब जून में बहुत कम बारिश हुई थी. अल नीनो जैसी स्थितियों के कारण वर्ष 2012, 2014 और 2015 में भी मुंबई में मानसून के आगमन में देरी हुई थी.
अगले 24 घंटों में इन राज्यों में बारिश
उधर चक्रवात बिपारजॉय अब कमजोर होकर कम दबाव वाले वायु क्षेत्र में बदल गया है. इसकी वजह से राजस्थान में बारिश (Weather Update Today) हो रही है. अगले 72 घंटों में उत्तरी मध्य प्रदेश में बारिश शुरू हो सकती है. मुंबई में 27 जून से शुरू होकर इस महीने के अंत तक 2-3 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं अगले दो दिनों में दक्षिण प्रायद्वीप और बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
दिल्ली-एनसीआर में ऐसा रहेगा मौसम
प्राइवेट मौसम वेबसाइट स्काईमेट के मुताबिक अगले 24 घंटे में पूर्वोत्तर भारत, तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, लक्षद्वीप, दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR Weather Update), पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके साथ ही असम, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पश्चिम मध्य प्रदेश में भी मध्यम से भारी स्तर की बारिश के आसार हैं. पूर्वोत्तर बिहार, तटीय ओडिशा, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश का अनुमान है.