Raghav Chadha News: राज्यसभा में ‘दिल्ली सेवा बिल’ को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता राघव चड्ढा ने बीजेपी पर सीधा हमला बोला. राघव चढ्ढा ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात कही है. ये बिल अटल जी, आडवाणी जी, खुराना जी और सुषमा जी के संघर्ष को मिट्टी में मिलाने का काम करता है. मैं अमित शाह जी से कहना चाहता हूं कि नेहरूवादी ना बनिए, आडवाणीवादी बनिए. पिछले 6 साल से बीजेपी लगातार हार रही है और अगले 25 साल भी बीजेपी (BJP) नहीं जीतेगी.
राघव चड्ढा ने सुनाई ‘दिनकर’ जी की कविता
AAP नेता राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी की लाइनें पढ़ दीं. AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मैं महाभारत के एक अंश का वर्णन करूंगा जिसे कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ ने एक महत्वपूर्ण कविता में लिखकर बताया है, जिसमें भगवान कृष्ण एक शांति दूत बनकर पाड़वों की ओर से शांति का प्रस्ताव लेकर हस्तिनापुर जाते हैं.
‘दिनकर जी’ लिखते हैं, ‘
दुर्योधन को समझाने को, भीषण विध्वंस बचाने को,
भगवान हस्तिनापुर आए, पांडव का संदेशा लाए.
दो न्याय अगर तो आधा दो, पर इसमें भी यदि बाधा हो,
तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम.
हम वहीं खुशी से खाएंगे, परिजन पे असी ना उठाएंगे,
दुर्योधन वह भी दे ना सका, आशीष समाज की न ले सका,
उलटे हरि को बांधने चला, जो था असाध्य साधने चला.
जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.
कांग्रेस ने दिया AAP का साथ
आपको बता दें कि राज्यसभा में सोमवार को ‘दिल्ली सेवा बिल’ को लेकर में कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि BJP निर्वाचित सरकार के अधिकारों में कटौती कर ‘सुपर सीएम’ बनाने की कोशिश कर रही है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) पर इस मामले में हाथ मिलाने का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि दिल्ली में ‘Group A’ के अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार द्वारा एक आध्यादेश लाया गया है जो लोकसभा में पारित हो चुका है और अब इसे राज्यसभा में पेश किया गया है. आम आदमी पार्टी इस आध्यादेश का विरोध कर रही है. 2 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर गृह मंत्री अमित शाह ने ‘दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र शासन संशोधन विधेयक, 2023 को चर्चा के लिए रखा. इसके बाद विपक्ष के तीन सदस्यों तिरूची शिवा (DMK), जॉन ब्रिटास (CPM) और राघव चड्ढा (AAP) ने विधेयक को प्रवर समिति में भेजने का प्रस्ताव किया. इसके साथ ही कई विपक्षी सदस्यों ने केंद्र द्वारा जारी अध्यादेश के खिलाफ भी प्रस्ताव पेश किया.
(इनपुट: एजेंसी)