What is G20 Summit: राजधानी दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी20 समिट का आयोजन होगा. इस समारोह के जरिए न सिर्फ तमाम जी20 देश बल्कि मेहमान देश भी करीब आएंगे और आर्थिक सुधारों से जुड़ी चर्चाओं में हिस्सा लेंगे.  

दिल्ली में जी-20 समिट की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. 8 से 10 सितंबर तक का सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया जा चुका है. इन तीन दिनों में ट्रैफिक को कैसे मैनेज किया जाएगा, इसका खाका भी तैयार हो रहा है. अब तक देश के 60 शहरों में करीब-करीब 200 बैठकों का आयोजन हो चुका है. G-20 डेलिगेट्स जहां भी गए, वहां लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. दिल्ली में भी अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार काम चल रहा है. नई दिल्ली इलाके में बाहरी लोगों की एंट्री पर पूरी तरह रोक भी लगाई जा सकती है.

कहां आयोजित होगा समिट?

जी-20 समिट इंडियन ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन (ITPO) कॉम्प्लेक्स यानी प्रगति मैदान कॉम्प्लेक्स में आयोजित होगा. 123 एकड़ में फैले इलाके में 2700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. 

जी20 2023 नई दिल्ली समिट: जरूरी तारीखें

  • 3-6 सितंबर 2023: 4th शेरपा मीटिंग

  • 5-6 सितंबर 2023: फाइनेंस डिप्टी मीटिंग

  • 6 सितंबर 2023: जॉइंट शेरपा और फाइनेंस डिप्टी मीटिंग

  • 9-10 सितंबर 2023: जी20 समिट, मिनिस्टर्स मीटिंग

जी20 2023 नई दिल्ली समिट:  कौन हैं सदस्य देश

G20 में 20 सदस्य राष्ट्र हैं, जिसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.

G20 में शामिल होने 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी आ रहे हैं. हालांकि भारत का एक खास दोस्त रूस यानी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत को जानकारी दे दी है कि वो G20 में शामिल होने में असमर्थ हैं. जानकारों के मुताबिक इससे भारत के लिए धर्म संकट जैसी स्थिति नहीं रहेगी.

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कौन से हैं मेहमान देश?

बांग्लादेश, कोमोरोस, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, 

G20 2023: अन्य आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठन 

एशियाई विकास बैंक, Coalition for Disaster Resilient Infrastructure, वित्तीय स्थिरता बोर्ड, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष,  अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक संगठन, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन.

जी-20 नई दिल्ली समिट की क्या है थीम

भारत की G20 अध्यक्षता का विषय है वसुधैव कुटुंबकम या एक धरती. एक परिवार एक भविष्य. यह अवधारणा प्राचीन संस्कृत पाठ, महाउपनिषद से ली गई है और इसमें जीवन के सभी रूपों – मनुष्यों, जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों के आंतरिक मूल्य पर जोर दिया गया है.

गौरतलब है कि रविवार को यूपी के वाराणसी में जी20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के 101 संगीतकार और गायक एकजुट हुए और ऑर्केस्ट्रा प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कलाकारों में भारत के 61 संगीतकार और गायक व जी20 देशों और आमंत्रित देशों के 41 संगीतकार और गायक शामिल रहे. सभी अपने पारंपरिक इंस्ट्रूमेंट्स लेकर आए और उन्होंने संगीत के प्राचीन शहर बनारस में पूरे कॉर्डिनेशन के साथ परफॉर्मेंस दी.

कैसी है सुरक्षा की तैयारियां

इस समिट के लिए दिल्ली को अभेद किले में तब्दील कर दिया गया है. NSG के कमांडोज ने कमर कस ली है. सीआरपीएफ के जवानों को सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है. उनको खासतौर से ट्रेनिंग दी जा रही है. क्विक रिएक्शन टीम को तैनात कर दिया गया है. एयरफोर्स भी सुरक्षा व्यवस्था में जुट गई है. हाईराइज बिल्डिंग्स पर स्नाइपर्स को तैयार रहने को कहा गया है.

इस समिट के लिए पीएम मोदी लगातार जनभागीदारी की भावना को सबसे आगे रख रहे हैं ताकि भारत अपने मेहमानों का स्वागत जोरदार अंदाज में करे. आंकड़ों के मुताबिक करीब डेढ़ लाख से ज्यादा देशवासियों G20 के कार्यक्रमों से जुड़े हैं. अब तक 11 इंगेजमेंट ग्रुप्स में शिक्षा जगत, सिविल सोसाइटी, युवा, महिलाएं, सांसद और प्रशासन से जुड़े लोगों ने अहम भूमिका निभाई है. यही नहीं वाराणसी में हुई G20 क्विज में 800 स्कूलों के सवाल लाख छात्रों ने भागीदारी कर नया विश्वरिकॉर्ड भी बनाया है.

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कौन से रास्ते रहेंगे बंद

दिल्ली को तीन ट्रैफिक जोन में बांटा गया है. ये है-कंट्रोल जोन 1, कंट्रोल जोन 2 और कंट्रोल जोन 3. कंट्रोल जोन 1 में नई दिल्ली एरिया आएगा. 8 सितंबर सुबह 5 बजे से लेकर 10 सितंबर को रात 12 बजे तक यहां प्रतिबंध लागू किए जाएंगे. जो लोग इस क्षेत्र में रहते हैं वो, अन्य अधिकृत गाड़ियां और इमरजेंसी व्हीकल्स नई दिल्ली में आ पाएंगे. नई दिल्ली के होटलों में जिन टूरिस्ट्स की बुकिंग है, उनको को भी कोई परेशानी नहीं होगी.

वहीं बात करें कंट्रोल जोन 2 की तो आईटीओ क्रॉसिंग, तिलक मार्ग डब्ल्यू पॉइंट, विकास मार्ग (आईपी फ्लाईओवर से नोएडा लिंक रोड-पुश्ता रोड तक), बहादुरशाह जफर मार्ग, चमन लाल मार्ग (गुरु नानक चौक से तुर्कमान गेट तक), दिल्ली गेट, जवाहर लाल नेहरू मार्ग (राजघाट से गुरु नानक चौक तक), महाराजा रंजीत सिंह मार्ग (बाराखंभा रोड-टॉयस्टॉय रोड की क्रॉसिंग से लेकर गुरु नानक चौक तक), रिंग रोड/महात्मा गांधी मार्ग (दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के टी पॉइंट से कश्मीरी गेट बस स्टैंड तक), शांति वन चौक, हनुमान सेतु, आईपी फ्लाईओवर और सलीमगढ़ बायपास इस जोन में आएंगे. इन रास्तों पर 9 सितंबर की रात 12 बजे से लेकर 10 तारीख को दोपहर 2 बजे तक आवाजाही में रुकावटें आ सकती हैं.

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मार्केट खुलेंगे या बंद रहेंगे?

जो बाजार नई दिल्ली इलाके में पड़ते हैं, उनको बंद रखने का नोटिफिकेशन सरकार ने जारी किया है. इसके अलावा नई दिल्ली इलाके में तमाम कमर्शियल संस्थान, मार्केट और मॉल्स भी बंद रहेंगे.

क्या कनॉट प्लेस खुलेगा?

चूंकि कनॉट प्लेस भी नई दिल्ली एरिया में ही आता है इसलिए वो भी बंद रहेगा. साथ ही शहीद भगत सिंह पैलेस, मोहन सिंह पैलेस, मालचा मार्ग, गोल मार्केट, पालिका बाजार, खान मार्केट, जनपथ में जो छोटे-बड़े बाजार हैं, वहां 3 दिन दुकानें बंद रहेंगी.

मेट्रो थम जाएगी या चलेगी?

इन तीन दिनों में दिल्ली मेट्रो पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. हालांकि जो स्टेशन नई दिल्ली के इलाकों में पड़ते हैं, वहां एंट्री और एग्जिट की इजाजत नहीं होगी. मंडी हाउस, सुप्रीम कोर्ट, केंद्रीय सचिवालय, खान मार्केट जैसे स्टेशन बंद रखे जा सकते हैं. अन्य लाइनों और स्टेशनों पर हर रोज की तरह आवाजाही रहेगी.

 



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By attkley

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