Nataraja Statue: देश की राजधानी दिल्ली में 8 से 10 सितंबर के दौरान जी20 सम्मेलन होगा. इसके लिए राजधानी में सभी तरह की तैयारियां अंतिम चरणों में हैं. इस सम्मेलन को लेकर सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसी कड़ी में दुनिया की सबसे ऊंची नटराज प्रतिमा भी दिल्ली में पहुंच चुकी है. असल में जी20 सम्मेलन जहां होना है उसके सामने नटराज की यह विशाल मूर्ति स्थापित की जा रही है. करीब 28 फीट ऊंची इस मूर्ति को खास इस इवेंट के लिए तमिलनाडु से लाया गया है. 

दरअसल, सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आने वाले राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत 22 फीट ऊंची और अष्ठधातु से बनी नटराज की मूर्ति के साथ होगी. यह मंडपम के सबसे अगले हिस्से में स्थापित की जाएगी. इसे तमिलनाडु में तैयार कर सड़क मार्ग से राष्ट्रीय राजधानी लाया गया है. इस प्रतिमा को तमिलनाडु से दिल्ली लाने के लिए करीब ढाई हजार किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था. दो दिन के सफर के बाद यह प्रतिमा दिल्ली पहुंची है. इसे 6 फुट ऊंचे आसन पर रखा जाएगा, इसलिए इसकी कुल ऊंचाई 28 फुट हो जाएगी.

जानकारी के मुताबिक इस प्रतिमा को आठ धातुओं से बनाया गया है. इसमें सोना, चांदी, शीशा, कॉपर, टिन, मर्करी, जिंक और लोहे का इस्तेमाल किया गया है. इन सभी धातुओं को पिघलाने के लिए उन्हें 100 डिग्री सेल्सियस पर गर्म किया गया और उसके बाद उसे आकार में ढाला गया है. इसके बारे में कहा जाता है कि यह दुनिया में नटराज की सबसे ऊंची प्रतिमा है. धर्म, कला और शास्त्र का अनूठा संगम इस प्रतिमा के माध्यम से विदेशी मेहमानों से देश की प्राचीन कला, संस्कृति और लोकतंत्र से परिचित कराया जाएगा.

बता दें कि नटराज हिंदू भगवान शिव का रूप माना जाता है जो ब्रह्मांडीय नर्तक के रूप में चित्रण है. उस नृत्य को तांडव कहा जाता है. शिव के नृत्य रूप की काफी मान्यता है और तांडव करते हुए नटराज की मूर्ति अक्सर शिव मंदिरों में देखी जाती है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसे 8 धातुओं बनाया गया है जिसमें सोना और चांदी भी शामिल है. छह महीने पहले इस प्रतिमा का ऑर्डर दिया गया था और अब जाकर ये तैयार हुई है.



Source link

By attkley

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *