Anantnag Encounter: कश्मीर के अनंतनाग में पिछले 7 दिनों से चल रहे कोकेरनाग ऑपरेशन को भारतीय सेना के जांबाजों ने सफलतापूर्वक खत्म करते हुए कर्नल, मेजर और डीएसपी की शहादत बदला ले लिया है. ऑपरेशन में लश्कर तोएबा आतंकी संगठन के दो आतंकी मारे गए हैं. मारे गए आतंकियों में लश्कर कमांडर उजैर खान भी शामिल है. उजैर खान का खात्मा पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. दूसरे आतंकवादी का शव अभी तक बरामद नहीं किया गया है लेकिन ड्रोन फुटेज के माध्यम से देखा जा सकता है.

मिली बड़ी सफलता

विजय कुमार (एडीजीपी)

जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडिशनल पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) विजय कुमार ने आज ऑपरेशन स्थल का दौरा किया. उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर उजैर खान गडोले, कोकेरनाग मुठभेड़ में मारा गया है. जबकि एक अन्य शव ऑपरेशन स्थल के पास पड़ा हुआ है. 

मारा गया खूंखार आतंकी

उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर उजैर खान गाडूल, कोकेरनाग ऑपरेशन में मारा गया है. उजैर खान मुठभेड़ के पहले दिन सेना के एक कर्नल, मेजर और एक डीएसपी की हत्या में शामिल था. उजैर खान का शव बरामद कर लिया गया है. जमीन पर एक और शव पड़ा है, जिसे जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा. 

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(लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर उजैर खान गाडूल)

जारी रहेगा तलाशी अभियान

जम्मू-कश्मीर पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) विजय कुमार ने कहा, ‘हमें इलाके में दो से तीन आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी थी और तलाशी जारी रहने के दौरान हमें एक और आतंकवादी का शव मिल सकता है.’ एडीजीपी ने आगे कहा कि मुठभेड़ खत्म हो गई है लेकिन दूसरे आतंकवादी का शव बरामद होने और सभी बिना फेट-विस्फोट गोला-बारूद को हटा दिए जाने तक तलाशी और घेराबंदी जारी रहेगी.

ग्राउंड जीरो से हालात का जायजा

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ खत्म हो गई है.  जबकि जंगल क्षेत्र के आसपास तलाशी अभियान जारी रहेगा. एडीजीपी ने स्थानीय लोगों से भी अनुरोध किया कि वे क्षेत्र के आसपास न जाएं क्योंकि क्षेत्र में कुछ गैर-विस्फोटित गोले पड़े हो सकते हैं. 15 कॉर्प के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडीजीपी विजय कुमार ग्राउंड जीरो से हालात का जायजा लिया. वन क्षेत्र में अभी भी व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. कल रात से किसी भी तरफ से कोई गोलीबारी नहीं हुई है. अब सुरक्षाबल इलाके में सर्चिंग और सैनिटाइजेशन ऑपरेशन चला रहे हैं.

सबसे लंबा आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन

कोकेरनाग ऑपरेशन पिछले कुछ वर्षों में कश्मीर घाटी में चलाया गया सबसे लंबा आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन साबित हुआ. भारतीय सेना और पुलिस ने इस ऑपरेशन के दौरान सभी आवश्यक आधुनिक, न्यू जनरेशन  के उपकरणों का उपयोग किया. पूरे आपरेशन की निगरानी के लिए गडोले जंगल के पास एक संयुक्त कमांड सेंटर भी स्थापित किया गया था. यह ऑपरेशन हाल के दिनों में सबसे हाई-टेक ऑपरेशनों में से एक है. यह आपरेशन 19RR और 34RR के विशिष्ट कमांडरों और सैनिकों द्वारा चलाया गया. पैरा कमांडो के अलावा, पर्वतीय योद्धा (उच्च ऊंचाई वाले युद्ध स्कूल (HAWS) के पर्वतारोही और जम्मू कश्मीर पुलिस के  (SOG) के विशेष ऑपरेशन समूह शामिल थे. 

नई पीढ़ी के गैजेट और हथियार का इस्तेमाल

उन विशिष्ट सुरक्षाबलों के अलावा न्यू जनरेशन के हथियारों और गैजेट्स का उपयोग ऑपरेशन में सुरक्षाबलों द्वारा किया गया. क्वाड कॉप्टर, ड्रोन, नई पीढ़ी के गैजेट और हथियार का उपयोग किया जा रहा है. भारतीय सेना हेक्साकॉप्टर (हमला करने और लक्ष्य तय करने की क्षमता वाला ड्रोन) का उपयोग कर रही है, इसमें 10 किलोमीटर के दायरे में डिजिटल वीडियोग्राफी की सुविधा है. इस ऑपरेशन में इसकी अहम भूमिका रही है. इससे उन्हें संदिग्ध स्थानों पर बमबारी करने में मदद मिली है.



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By attkley

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