S Jaishankar
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इस्राइल और हमास का हिंसक संघर्ष 28 दिनों से जारी है। भारत के विदेश मंत्री ने इटली दौरे पर हमास के हमले को ‘बड़ा आतंकी कृत्य’ करार दिया। सात अक्तूबर के आतंकी वारदात के बारे में विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसे हिंसक हमलों को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने फलस्तीन मुद्दे को अहम मुद्दा बताते हुए कहा कि इसका समाधान संवाद और बातचीत के माध्यम से किया जाना चाहिए।
इटली दौरे पर सीनेट के विदेश मामलों और रक्षा आयोग के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए जयशंकर ने रेखांकित किया कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का हर किसी को सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सात अक्तूबर को जो हुआ यह आतंकवाद का यह बड़ा कृत्य था। उसके बाद की घटनाओं के कारण पूरा क्षेत्र बहुत ही अलग दिशा में चला गया है।
सीनेटरों के सवालों के जवाब में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, संघर्ष उस क्षेत्र के लिए सामान्य बात नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा, हमें विभिन्न मुद्दों के बीच संतुलन ढूंढना होगा। जयशंकर ने कहा कि अगर आतंकवाद का कोई मुद्दा है तो इसका कोई सवाल ही नहीं है और उन्होंने इस्राइल-फिलिस्तीन संघर्ष के समाधान पर भारत की स्थिति को भी साफ किया।
जयशंकर ने कहा, “हम सभी आतंकवाद को अस्वीकार्य मानते हैं। हमें उद्देश्य के साथ खड़ा होना होगा। लेकिन फलस्तीन का मुद्दा भी है और इसका समाधान होना चाहिए… हमारा विचार है कि इसका दो-देश समाधान होना चाहिए। अगर आपको कोई समाधान ढूंढना है, तो आपको बातचीत और वार्ता के माध्यम से समाधान ढूंढना होगा। आप संघर्ष के माध्यम से समाधान नहीं ढूंढ सकते हैं और इसलिए हम इसका भी समर्थन करेंगे।”