जूही चावला-माधुरी दीक्षित
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जूही चावला ने कई शानदार बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। साल 1986 में ‘सल्तनत’ फिल्म से डेब्यू करने के बाद अभिनेत्री ने कयामत से कयामत तक, राजू बन गया जेंटलमैन, लुटेरे, हम हैं राही प्यार के समेत कई फिल्मों में काम किया। मगर, कुछ ऐसी फिल्में भी रहीं, जो उन्होंने जान-बूझकर ठुकरा दीं। इन्हीं में एक फिल्म रही ‘दिल तो पागल है’। इस फिल्म में माधुरी दीक्षित लीड रोल में नजर आईं। जूही चावला ने आखिर इस फिल्म में काम करने से क्यों इनकार किया था? आइए जानते हैं…
सेकेंड लीड रोल नहीं था मंजूर
एक मीडिया इंटरव्यू में जूही चावला ने खुद इसकी वजह बताई थी। उन्होंने कई ऐसी फिल्में रिजेक्ट कीं, जो बाद में ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। जूही चावला ने बताया था कि उन्हें माधुरी दीक्षित के साथ तब काम करने का मौका मिला था, लेकिन उन्होंने धक धक गर्ल संग काम करने से मना कर दिया। अभिनेत्री ने आगे बताया, ‘उस वक्त मैं सेकेंड लीड रोल नहीं करना चाहती थी। कई बार बेवकूफी भरे निर्णय भी ले लिए जाते हैं’।
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करिश्मा कपूर के लिए कही ये बात
जूही चावला ने यह खुलासा भी किया कि उन्होंने सिर्फ ‘दिल तो पागल है’ ही नहीं, बल्कि ‘राजा हिंदुस्तानी’ और ‘जुदाई’ जैसी फिल्में भी ठुकरा दी थीं। अभिनेत्री के मुताबिक, ‘यह सभी फिल्में ब्लॉकस्टर साबित हुईं। करिश्मा कपूर के स्टारडम के लिए मैं जिम्मेदार हूं।’ बता दें कि माधुरी दीक्षित के साथ जूही चावला ने फिल्म ‘गुलाब गैंग’ में काम किया है।
खास मौकों पर होती थी मुलाकात
जूही चावला ने आगे कहा कि माधुरी दीक्षित, करिश्मा कपूर, मनीषा कोइराला, रवीना टंडन और वह खुद, सभी एक-दूसरे की प्रतिद्वंदी थीं। अभिनेत्री के मुताबिक, ‘यह प्रतिस्पर्धा बनी रही और वे खास मौकों पर ही मिलते थे। इससे ज्यादा बात नहीं होती थी। हम सभी ने सोलो हीरोइन वाली फिल्मों में काम किया। मैंने बहुत कम ही ऐसी फिल्में कीं, जिनमें दो हीरोइनों की भूमिका रही। हमारे बीच लगातार तुलना होती रही थी’।