Haryana Politics Updates: हरियाणा में नायब सैनी के नया सीएम बनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया है. वे करनाल विधानसीट सीट से विधायक थे. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा कि ‘मोड़ आता है तो मुड़ना पड़ता है, उसे रास्ता बदलना नहीं कहते.’ खट्टर के इस्तीफे और बयान के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे अब दिल्ली के रास्ते पर हैं. क्या बीजेपी उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट देने जा रही है. 

केंद्र की राजनीति में ला सकती है बीजेपी

पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद उनके स्थान पर पिछड़े वर्ग से आने वाले नायब सैनी को नया सीएम बनाया गया. इस घटना के अगले दिन ही उन्होंने एमएलए सीट से भी रिजाइन कर दिया. माना जा रहा है कि उन्होंने यह कदम बीजेपी हाईकमान के संकेत पर उठाया है. संभावना जताई जा रही है कि शिवराज सिंह चौहान की तरह बीजेपी उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट देकर केंद्र की राजनीति में ला सकती है. 

‘मोड़ पर मुड़ने को रास्ता बदलना नहीं कहते’

विधायक पद से अपने इस्तीफे के बाद मनोहर लाल ने कहा, ‘जिंदगी के सफर में इस तरह के मोड़ आते रहते है. उन मोड़ पर मुड़ने को रास्ता बदलना नहीं कहते. उन्होंने कहा कि बीजेपी हाईकमान मुझे जो भी नई जिम्मेदारी देगा, उसे मैं पूरी निष्ठा और गंभीरता से पूरा करूंगा.’ राजनीति के पुराने माहिर मनोहर लाल के इस बयान से माना जा रहा है कि उन्होंने नई परिस्थितियों के हिसाब से खुद को तेजी से ढाल लिया है अब वे नई जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं.

कहां जा रहे हो, यह भी बता दो- भूपेंद्र हुड्डा

उधर खट्टर के इस बयान पर हरियाणा में कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पीएम मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा, ‘यहां से जा रहे हो लेकिन यह भी बता कर जाओ कहां जाओगे. मनोहर लाल ने कहा कि मैं फकीर आदमी हूं. ना काहूं से दोस्ती ना किसी से बैर, फिक्र सभी को खा गई , फिक्र जगत का पीर, जो फिक्र को खा गया, उसका नाम फकीर.’ 

RSS के वॉलंटियर्स रहे हैं मनोहरलाल खट्टर

बताते चलें कि मनोहर लाल खट्टर आरएसएस के समर्पित स्वयंसेवक रहे हैं. उनका जन्म रोहतक के निदाना गांव में हुआ था. वे किसान परिवार से आने वाले पंजाबी खत्री समुदाय से संबंध रखते हैं. उनका परिवार पहले पाकिस्तानी पंजाब में रहता था लेकिन देश के विभाजन के बाद वे रोहतक जिले के निदाना गांव में आकर बस गए थे. 

हरियाणा में 2014 में बने थे गैर-जाट सीएम

खट्टर बीजेपी के भी पुराने नेता रहे हैं. वर्ष 2014 में जब बीजेपी ने हरियाणा असेंबली चुनाव में बहुमत हासिल किया तो 26 अक्टूबर 2014 को मनोहर लाल खट्टर को सीएम बनाया गया. हरियाणा में 18 साल बाद यह पद किसी गैर- जाट नेता को गया था. उन्हें सीएम बनाने को हरियाणा में बीजेपी की गैर-जाट सीएम बनाने की राजनीति का उद्घोष माना गया. 

हाईकमान के संकेत पर अचानक दिया इस्तीफा

वर्ष 2019 में बीजेपी ने जब जेजेपी के साथ मिलकर दोबारा सरकार बनाई तो फिर से खट्टर को सीएम बनाया गया. प्रदेश की राजनीति में अचानक आए बदलाव के बाद हाईकमान के संकेत पर उन्होंने 12 मार्च को पद से इस्तीफा दे दिया और पिछड़े वर्ग से आने वाले नायब सैनी नए सीएम बने. 



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By attkley

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