मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल में फायरिंग की घटना।
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हाल ही में रूस की राजधानी मॉस्को में हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रूस की सुरक्षा एजेंसियों को इस हमले के खतरे के बारे में पहले से जानकारी थी। सीएनएन ने यूके के एक जांच संगठन से मिले रूसी खुफिया दस्तावेजों का हवाला देते हुए ये दावा किया है। 

लंदन में स्थित डोजियर सेंटर के दस्तावेज से पता चला है कि इस हमले में आतंकी समूह आईएसआईएस की मध्य एशियाई शाखा आईएसआईएस-के द्वारा कट्टरपंथी बनाए गए तजाकिस्तान के नागरिकों को शामिल किया गया है। इसने बताया है कि आतंकवादी हमले से कुछ दिन पहले  सुरक्षा परिषद के सदस्यों को चेतावनी मिली थी कि रूसी क्षेत्र पर आतंकवादी हमलों में ताजिक नागरिकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें ये भी दावा किया गया है कि हमले से पहले खुफिया सेवाओं के एक करीबी सूत्र ने डोजियर सेंटर को इस बारे में बताया था।

 इससे पहले, अमेरिका ने दावा किया था कि उसने रूस को देश में हमले की योजना बना रहे आईएसआईएस के बारे में चेतावनी दी थी। मार्च में, अमेरिकी दूतावास ने रूस पर आतंकवादी हमलों के बढ़ते खतरे की चेतावनी दी थी। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा था कि अमेरिका ने  चेतावनी देने के अपने कर्तव्य के तहत रूसी अधिकारियों के साथ यह जानकारी साझा की थी। हालांकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी चेतावनियों को भड़काऊ बताया था। 

बता दें कि बीते 22 मार्च को मॉस्को शहर के पास एक उपनगर में स्थित क्रोकस सिटी कॉन्सर्ट हॉल में घुसकर आतंकियों ने गोलीबारी और विस्फोट किया था। इस आतंकी हमले में 143 लोग मारे गए थे और 182 अन्य लोगों के घायल  गए थे।  इस्लामिक स्टेट (ISIS-K) ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी।  

चार बंदूकधारी गिरफ्तार

इस घटना के बाद मॉस्को में हाई अलर्ट जारी करते हुए रूस की सुरक्षा एजेंसी और पुलिस ने मिलकर अभियान चलाया। अब तक इस घटना पर 11 संदिग्ध गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें से चार वह बंदूकधारी हैं, जो हमले में सीधे तौर पर शामिल रहे। अधिकारियों के मुताबिक, इन लोगों को पुलिस ने कार से पीछा करने के बाद दबोचा।

 

पुतिन यूक्रेन को ठहरा रहा जिम्मेदार

वहीं एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को में हुए हमले में इस्लामिक स्टेट को जिम्मेदार ठहराने से मना कर दिया है। इसके बजाय उन्होंने दावा किया है कि हमलावरों का यूक्रेन से संबंध हैं। उनका कहना है कि हमलावरों ने यूक्रेन भागने की कोशिश क्यों की। जबकि हमलावरों के यूक्रेन भागने के दावे को कीव पहले ही खारिज कर चुका है। हालांकि, सोमवार को दिए बयान में पुतिन ने माना कि कट्टरपंथी इस्लामवादी ने इस हमले को अंजाम दिया है, लेकिन उनके यूक्रेन से संबंध थे।

पुतिन ने पूछते हुए कहा, ‘सवालों के जवाब मिलना वाकई जरूरी है। आखिर हमलावरों ने यूक्रेन भागने की कोशिश क्यों की? वहां उनका कौन इंतजार कर रहा था?’ उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका अपने सैटेलाइटों को यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि इस घटना में कीव का कोई हाथ नहीं है और आईएस ने हमले को अंजाम दिया है।

 



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By attkley

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