Weather Update 2nd April 2024: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. लेकिन, पहाड़ी राज्यों में अभी भी बर्फबारी हो रही है. उत्तर भारत में तो गर्मी ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है, लेकिन आखिर क्या वजह है कि पहाड़ों पर अब भी बर्फबारी हो रही है. चलिए आपको बताते हैं देश में एक साथ दो तरह के विपरीत मौसम क्यों हो रहा है और आपके राज्य का मौसम कैसा रहने वाला है.

Delhi Weather: दिल्ली में 33 डिग्री पहुंच सकता है अधिकतम तापमान

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से दो डिग्री कम है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में मंगलवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. इस दौरान 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. लेकिन, इसके बावजदू अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक तापमान 33 से 37 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है. हालांकि, इस दौरान लू चलने का कोई पूर्वानुमान नहीं है. दिल्ली में अगले चार दिनों के दौरान आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहेंगे और तेज हवाएं चलेंगी.

Jharkhand Weather: पश्चिम बंगाल और झारखंड में लू चलने की संभावना

झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में अप्रैल के शुरुआती दिन गर्म रहने की संभावना है. झारखंड के कुछ क्षेत्रों में चार अप्रैल से गर्मी के मौसम की पहली लू चलने की चेतावनी जारी की गई है. इस दौरान कुछ जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होगा. वहीं, पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में पांच अप्रैल तक लू चलने की संभावना है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, दक्षिणी और पूर्वोत्तर झारखंड के जिलों में चार अप्रैल से लू चलने का अनुमान है, जिससे मौजूदा तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. मौसम विभाग ने सोमवार को बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में पांच अप्रैल तक लू चलने की संभावना है.

Uttarakhand Snowfall: उत्तराखंड में बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना

उत्तराखंड के कुछ जिलों में अभी भी बर्फबारी हो रही है और 5 अप्रैल तक बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर ,अल्मोड़ा जनपदों में बारिश हो सकती है. इसके साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 4000 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई पर बर्फबारी भी हो सकती है. वहीं, मौसम विभाग ने कुछ जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की भी चेतावनी जारी की है.

Jammu-Kashmir Snowfall: जम्मू-कश्मीर में भी हुई है बर्फबारी

उत्तराखंड के साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी बर्फबारी हो रही है और कई रास्ते बंद हो गए हैं. मौसम विभाग के अनुसार, कई इलाकों में छह इंच से डेढ़ फुट तक बर्फबारी हुई थी. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हुई है. इसके साथ ही निचले इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है. मौसम विभाग ने चार अप्रैल तक कुछ जिलों में बर्फबारी की आशंका जताई है.

Heatwave Update: मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी और लू चलने का अनुमान

अप्रैल से जून के बीच उत्तर भारत के मैदानी इलाकों समेत दक्षिण भारत में भीषण गर्मी और लू (हीट वेव) चलेगी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि अप्रैल और जून के बीच अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है. मध्य भारत, उत्तर के मैदानी इलाकों और दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में कई दिनों तक लू चलने का अनुमान है. इन राज्यों में गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं. मौसम विभाग ने कहा कि 23 राज्यों ने हीट वेव से निपटने के लिए कार्य योजना तैयार की है.

मौसम विभाग ने कहा है कि अधिकतम तापमान में वृद्धि का गेहूं की फसल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. आईएमडी ने कहा कि हीटवेव का सबसे ज्‍यादा असर गरीबों पर पड़ेगा. हीटवेव के दौरान, ऊंचे तापमान से जोखिम पैदा होता है. इसके कारण विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. मौसम विभाग ने अधिकारियों से सक्रिय कदम उठाने को कहा, क्योंकि अत्यधिक गर्मी से बिजली और परिवहन प्रणालियों जैसे बुनियादी ढांचे पर दबाव पड़ सकता है.

Weather Update: देश में एक साथ क्यों हो रहा 2 तरह का मौसम?

पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में गर्मी के पीछे वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बड़ी वजह है. इस वजह से ही हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है. जबकि, दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में गर्मी पड़ रही है. पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की वजह से मैदानी इलाकों में बादल छाने के साथ ही बारिश भी हो सकती है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा और आईएएनएस)



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By attkley

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