गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (फाइल फोटो)
– फोटो : एएनआई

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बड़ी-बड़ी आईटी कंपनियां इन दिनों संभावित मंदी से जूझ रही हैं। लागत में कमी करने के लिए ये कंपनियां कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार चला रही हैं। इस बीच गूगल से भी ऐसी ही खबर सामने आई है। एक बार फिर अल्फाबेट के स्वामित्व वाली गूगल अपने कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा रही है। गूगल ने बड़े स्तर पर कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।

इसलिए हो रही छंटनी

कंपनी के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि कॉस्ट कटिंग यानी लागत में कमी लाने के लिए कर्मचारियों की संख्या में कटौती की जा रही है। उन्होंने कहा कि छंटनी पूरी कंपनी में नहीं की जा रही है। इसलिए इससे प्रभावित कर्मचारी अन्य किसी भूमिका के लिए आवेदन कर सकेंगे। हालांकि, प्रवक्ता ने छंटनी से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों की संख्या और इसमें शामिल टीमों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।

इन देशों में भेजे जाएंगे कर्मचारी

छंटनी से प्रभावित कुछ लोगों को कंपनी भारत, शिकागो, अटलांटा और डबलिन समेत उन जगहों पर भेजेगी, जहां वह निवेश कर रही है। गौरतलब है, इस साल टेक और मीडिया जगत में कई नौकरियों में कटौती के बाद गूगल में भी यह छंटनी हो रही है, जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि छंटनी जारी रह सकती है। साफ है कि कंपनियां आर्थिक अनिश्चितता से जूझ रही हैं।

इन विभागों के कर्मचारियों पर चली तलवार

एक रिपोर्ट के अनुसार गूगल के रियल एस्टेट और वित्त विभागों की कई टीमों के कर्मचारी इस छंटनी से प्रभावित हुए हैं। प्रभावित वित्त टीमों में गूगल ट्रेजरी, बिजनेस सर्विसेज और रेवेन्यू कैश ऑपरेशन्स शामिल हैं। इतना ही नहीं, गूगल के वित्त प्रमुख रूथ पोराट ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा है। इसमें कहा गया है कि पुनर्गठन में बंगलूरू, मैक्सिको सिटी और डबलिन में विकास का विस्तार शामिल है।

पहले ही किया था आगाह

ऐसा नहीं है कि यह पहली बार है जब कंपनी ने कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है। इससे पहले गूगल ने जनवरी में भी अपनी इंजीनियरिंग, हार्डवेयर और सहायक टीमों समेत कई टीमों के सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था, क्योंकि कंपनी ने निवेश बढ़ाते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पेशकश की थी। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कथित तौर पर इस साल की शुरुआत में कर्मचारियों से नौकरियों में कटौती किए जाने को लेकर पहले ही आगाह कर दिया था।



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By attkley

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