आलमगीर आलम।
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विस्तार
झारखंड के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम विवादों में घिरे हुए हैं। इस बीच, बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि हाल ही में आलम के सचिव और उनके नौकर के घर से 36 करोड़ नकदी जब्त की गई थी, इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
स्वस्थ्य हैं आलम
रांची में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके अलावा, आलम की मेडिकल जांच के बाद सदर अस्पताल रांची के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मयूख कुमार ने बताया कि वह ठीक हैं लेकिन बीपी थोड़ा बढ़ा हुआ था लेकिन यह सामान्य सीमा के भीतर है। वह बीपी/शुगर की दवाएं लेते हैं और उन्हें दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई है।
#WATCH | After the medical examination of Jharkhand Minister Alamgir Alam, Dr Mayukh Kumar, Medical Officer, Sadar Hospital Ranchi says, “He is fine but BP was slightly high but it is within normal limits. He takes BP/Sugar medicines and has been advised to continue that…”
ED… https://t.co/EnEQ6SlpJ7 pic.twitter.com/5RNJLFwhUl
— ANI (@ANI) May 15, 2024
#WATCH | Jharkhand: Medical team arrives at the office of the Enforcement Directorate in Ranchi.
ED today arrested Jharkhand Minister and Congress leader Alamgir Alam in connection with a huge cash recovery from the household help of his PS Sanjeev Lal pic.twitter.com/KhKn3C7ea0
— ANI (@ANI) May 15, 2024
ईडी ने मामले में पूछताछ के लिए आलम को रांची दफ्तर तलब किया था। मंगलवार 14 मई को कांग्रेस नेता आलम धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए थे। राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलम सुबह करीब 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे थे। उनसे नौ घंटे पूछताछ हुई थी। आलम ने दफ्तर पहुंचने से पहले पत्रकारों से बात की थी। उन्होंने कहा था कि मैं कानून का पालन करता हूं। मैं पूछताछ के लिए यहां आया हूं।
हिमंत बिस्व सरमा ने साधा निशाना
मामले में असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि अभी तो एक आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया गया है, मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि अन्य आलमगीर आलम को भी गिरफ्तार किया जाए।
#WATCH | Ranchi, Jharkhand: On ED arresting Jharkhand Minister and Congress leader Alamgir Alam, Assam CM Himanta Biswa Sarma says, “One Alamgir Alam has been arrested, I pray to God that others Alamgir Alam should also be arrested.” https://t.co/yqayRSEaL3 pic.twitter.com/sNB461GLYK
— ANI (@ANI) May 15, 2024
छापेमारी में नौकर के घर से मिली थी नकदी
ईडी ने हाल ही में, आलम के सचिव संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम, बिल्डर मुन्ना सिंह और उनके करीबियों समेत नौ ठिकानों पर छापेमारी की थी। कार्रवाई राज्य ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं के मामले में की गई थी। छापेमारी के तहत रांची के एक 2 बेडरूम फ्लैट में छापा मारा गया। यह फ्लैट कथित तौर पर संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम का है। फ्लैट से ईडी ने 32 करोड़ रुपये बरामद किए। वहीं अन्य ठिकानों पर छापेमारी से करीब चार करोड़ रुपये नकद बरामद किए। इस तरह अब तक करीब 36 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हो हुई है।
मामले में आलम ने अपनी ओर से कोई भी गलत काम से इनकार किया है। छापेमारी में बड़ी संख्या में नकदी बरामद हुई, जिसकी गिनती के लिए नोट गिनने वाली पांच मशीने और बैंक के कर्मचारियों को लगाया गया। ईडी ने छापेमारी में जमीन जायदाद के दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
अदालत में ईडी ने दी यह दलील
ईडी ने आलम के सचिव और नौकर को छापेमारी के अगल दिन ही गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें अदालत में पेश करके ईडी ने बताया था कि झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के सचिव ने कुछ प्रभावशाली लोगों की ओर से टेंडरों पर कमीशन इक्ट्ठा किया था। उन्होंने दावा किया कि ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी ऊपर से नीचे तक अवैध नकद भुगतान सांठगांठ में कथित रूप में शामिल थे। ईडी ने आगे बताया कि निविदाओं और इंजीनियरों से कमीशन की वसूली के बाद कमीशन का कुछ प्रतिशत सरकार के उच्च अधिकारियों को वितरित किया जाता था। मामले में कई वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनेताओं के नाम सामने आए हैं। इसकी जांच की जा रही है। ईडी ने कहा कि भुगतान आमतौर पर नकदी में प्राप्त किया जाता था, जिसे बाद में सफेद कर दिया जाता था। इस पूरे गुनाह का खुलासा होना महत्वपूर्ण है। ईडी ने दावा किया कि लाल और आलम ने अवैध धन को विभिन्न स्थानों पर छिपाया था। आलम के नाम पर पंजीकृत दो वाहन भी परिसर में पाए गए, जहां छापामारी की गई थी। ईडी ने तमाम दलील देते हुए दोनों आरोपियों की हिरासत मांगी, जिसे न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की अदालत ने स्वीकार की और दोनों छह दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया था।