यूक्रेन पर रूस का घातक हमला
– फोटो : ani

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रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच रविवार को रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर हमला कर दिया। हमले में 10 लोगों की मौत हो गई। यूक्रेनी शहर खार्किव के मेयर इहोर तेरेखोव ने सोशल मीडिया पर बताया कि दो रूसी मिसाइलों ने एक रिसॉर्ट पर हमला किया। यहां लोग आराम कर रहे थे। हादसे में 10 लोगों की मौत के अलावा 25 लोग घायल भी हुए हैं। मृतकों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है।

15-20 मिनट के अंतराल पर दो विस्फोट

स्थानीय अधिकारी ने बताया कि खार्किव के बाहरी इलाके के एक रिसॉर्ट पर हमला हो गया, जिसमें पांच लोग मारे गए और 16 घायल हो गए। वहीं, दूसरा हमला कुपियांस्क जिले के दो गांवों में हुआ। इसमें पांच और लोग मारे गए और 9 घायल हो गए। रूस ने 15-20 मिनट के अंतराल पर दो विस्फोट किए। हमले के दौरान रिसॉर्ट के सामने रहने वाली एक महिला वेलेंटीनी घर पर ही थी। उसके चेहरे पर खून था। रोते-रोते उसने बताया कि विस्फोट में उसके पति की मौत हो गई। महिला ने रोते हुए कहा कि रूस जानवर है। निर्दोष लोगों पर क्यों हमला किया जा रहा है।

राष्ट्रपति बोले- दुनिया आतंक को रोक सकती है

रविवार के हमले के बाद राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया रूसी आतंक को रोक सकती है। और ऐसा करने के लिए नेताओं के बीच राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी को दूर करना होगा। एक पुलिस अधिकारी यारोस्लाव ट्रोफिमको ने बताया कि यहां कोई भी सैनिक नहीं था। यहां लोग आराम करने आते हैं। यहां बच्चों थे। महिलाएं थीं। सभी सामान्य लोग थे, जो छुट्टी का मजा ले रहे थे। 

रूस-यूक्रेन युद्ध कैसे शुरू हुआ था? 

23 फरवरी 2022 की रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन का एलान किया। चंद घंटे बाद यानी 24 फरवरी की तड़के सुबह अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के शहरों में हवाई हमले होने लगे। रूस के इस हमले से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। उधर यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की। 

युद्ध के शुरू होने के साथ शुरू हो गया दुनिया का दो धड़ों में बंटना। यूक्रेन का साथ देने के लिए नाटो सदस्य देश खड़े हो गए तो अमेरिका, ब्रिटेन, पोलैंड, फ्रांस समेत कई देशों ने युद्ध से बाहर रहते हुए इसको मदद पहुंचानी शुरू कर दी। दूसरी ओर चीन, दक्षिण कोरिया, ईरान जैसे देश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस के साथ खड़े हैं। भारत की बात करें तो इसने किसी का पक्ष नहीं लिया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि भारत सार्वजनिक रूप से इस युद्ध की समाप्ति के लिए प्रतिबद्ध है।

 



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By attkley

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