केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा
– फोटो : एएनआई

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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने जिनेवा में 77वीं विश्व स्वास्थ्य सभा के एक कार्यक्रम में गूगल के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैरेन डीसाल्वो से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एआई में अधिक सहयोग की जरूरत पर प्रकाश डाला।

बता दें कि अपूर्व चंद्रा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा आयोजित सभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। बैठक का उद्देश्य डिजिटल स्वास्थ्य उपकरणों को लोगों के लिए अधिक सुलभ बनाने में गूगल रिसर्च और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच चल रही भागीदारी पर चर्चा करना था। शुरुआत में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने चल रही भागीदारी की सराहना की।

एबीडीएम-एआरडीए जैसे डिजिटल स्वास्थ्य उपकरण बनाने के लिए गूगल से समर्थन मांगा

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में संभावित सहयोग की खोज करने की आवश्यकता व्यक्त की। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम), ऑटोमेटेड रेटिनल डिजीज असेसमेंट (एआरडीए) जैसे अधिक डिजिटल स्वास्थ्य उपकरण बनाने और उन्हें एबीडीएम सक्षम बनाने के लिए गूगल का समर्थन मांगा। छात्र समुदाय के साथ-साथ स्टार्टअप समुदाय के बीच एबीडीएम के बारे में जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। 

वहीं, गूगल टीम ने भारत के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के साथ अपने मौजूदा जुड़ाव पर प्रकाश डाला। यह 2022 से एनएचए के साथ जुड़ा हुआ है, जब एआरडीए के लिए गूगल के एआई मॉडल को भारत के लिए एक डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए रुचि की अभिव्यक्ति के लिए खुली कॉल के तहत एबीडीएम की वेबसाइट पर सूचीबद्ध किया गया था।

भारत-ब्रिटेन के बीच स्वास्थ्य पेशेवरों की गतिशीलता से संबंधित मुद्दों पर चर्चा

वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा और यूनाइटेड किंगडम के संसद अवर सचिव लॉर्ड मार्खम के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। इस दौरान दोनों देशों ने विशेष रूप से ब्रिटेन में स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों की गतिशीलता के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि भारत ने यूरोपीय संघ और ब्रिटेन को कवर करने वाली कई नियामक प्रणालियों को पूरा करने में भारतीय फार्मा उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए फार्मास्युटिकल क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को और आगे ले जाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। वहीं, दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों और अंतर-सरकारी वार्ता निकाय से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की और उन पर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।





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By attkley

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