सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे (58) की हत्या कर लूट की वारदात का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने देवेंद्र के दोनों ड्राइवर भाइयों और उनके एक साथी को गिरफ्तार किया। ड्राइवर अखिलेश वारदात का मास्टरमाइंड है। अखिलेश और उसका भाई रवि 13 साल से देवेंद्र के घर पर काम कर रहे थे।
अखिलेश और रवि ड्राइवर थे, लेकिन मोहिनी दुबे उन्हें बेटे की तरह मानती थीं। उनके पति रिटायर्ड आईएएस अफसर देवेंद्र दुबे भी दोनों की हर तरह से मदद करते थे। कुछ वक्त पहले उनका मकान बनवाया था।
देवेंद्र ने अपनी पुरानी कार भी अखिलेश को दे दी थी। मुसीबत के वक्त हर बार साथ दिया, लेकिन उन्हीं दोनों ने मोहिनी की जिंदगी छीन ली। इस पर परिजनों से लेकर परिचितों तक को यकीन नहीं हो रहा। ड्राइवर भाइयों की करतूत से हर कोई हैरान है।
दोनों भाई 13 साल से देवेंद्र के घर पर काम कर रहे थे। इससे पहले इतने लंबे वक्त में इन्होंने कभी कोई ऐसा काम नहीं किया, जिससे उन पर कोई दाग लगा हो। देवेंद्र और मोहिनी दोनों पर आंख बंदकर भरोसा करते थे। घर के कोने-कोने तक इनकी पहुंच थी।
किसी भी चीज के लिए रोक-टोक नहीं थी। पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि देवेंद्र हर महीने पांच हजार रुपये अखिलेश को देते थे। यह रकम आरडी में जमा की जाती थी। इसके अलावा भी देवेंद्र कई तरीकों से दोनों की आर्थिक मदद करते थे।