Ayodhya Security Update: अयोध्या में आतंकी खतरे को देखते हुए अब यहां की सुरक्षा और चाक चौबन्द करने की तैयारी है. अयोध्या में जल्द ही एनएसजी यूनिट की तैनाती हो सकती है. राम मंदिर निर्माण के बाद लगातार अयोध्या के सुरक्षा चक्र को मजबूत किया जा रहा है. जिसके तहत अब आतंकी हमले का काउंटर करने में विशेषज्ञ एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो अयोध्या में बनने वाले NSG हब में तैनात होंगे.

अयोध्या की सुरक्षा को देखते हुए केंद्र सरकार के फैसले के बाद राज्य सरकार इसके लिए अयोध्या में ज़मीन मुहैया करवाएगी. NSG की तैनाती को लेकर कमांडो की संख्या, स्थानीय प्रबंधन और अन्य ज़रूरी चीज़ों पर विमर्श हो रहा है. इस समय बहुत से पैरा मिलिट्री फोर्सेस,  NSG को मिलाकर इस प्रयास मे हैं कि अयोध्या में कोई अच्छी भूमि मिल जाए. इसका प्रयास राम मंदिर प्रतिष्ठा के पहले से चल रहा है ))

इमरजेंसी में दिल्ली से बुलाने पड़ते हैं कमांडोज

जिले में अब तक केंद्रीय सुरक्षा की दो व राज्य सरकार की चार सुरक्षा एजेंसियां तैनात हैं. किसी भी वीवीआईपी दौरे पर एनएसजी कमांडो दिल्ली से बुलाए जाते हैं. अयोध्या में एनएसजी की मौजूदगी सुरक्षा को और चाक चौबंद कर देगी. हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास कहते हैं कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर और हिंदुत्ववादी नेता आतंकवादियों के निशाने पर हैं. इसलिए  NSG अयोध्या में तैनात करने की बात जो प्रशासन कर रहा है, उसका बहुत बहुत साधुवाद है प्रशासन को. 

फिलहाल यूपी पुलिस कर रही है सिक्योरिटी

फिलहाल राम मंदिर की सुरक्षा यूपी पुलिस की स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स कर रही है. करीब 1 हजार जवानों की टुकड़ी तैनात है. राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को हर दो महीने में बदला जाता है. राम मंदिर बनने के बाद से अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या खूब बढ़ी है. हर दिन 1 लाख से डेढ़ लाख श्रद्धालु हर दिन रामलला के दर्शन करते हैं . राम मंदिर और हिंदू श्रद्धालुओं को निशाना बनाने की फिराक में आतंकी लंबे समय से साज़िश कर रहे हैं. पिछले 16 महीने में 5 बार राम मंदिर पर हमले की धमकी मिल चुकी है.

आतंक से बचाने के लिए NSG सेंटर खोलने का फैसला

अयोध्या को आतंकवाद के खतरे से बचाने के लिए ही यहां NSG सेंटर खोलने का फैसला लिया जा रहा है. अयोध्या में NSG की मौजूदगी हो, इसके पीछे दो बड़ी वजह है. पहली वजह- अयोध्या में अगर NSG के ब्लैक कैट कमांडो होंगे तो वहां अगर आतंकी हमला होता है तो रेस्क्यू से लेकर आतंकवादियों के खिलाफ फाइनल ऑपरेशन तुरंत शुरू हो जाएगा. दूसरी वजह- अयोध्या के आस-पास के जो धार्मिक स्थल हैं या धर्म नगरी हैं…जैसे वाराणसी और मथुरा जैसे शहर. यहां भी आपात स्थिति में NSG कमांडो कम समय में पहुंच सकते हैं और ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं.

सरकार के निर्णय पर सपा का तंज भरा स्वागत
 
समाजवादी पार्टी भी अयोध्या में NSG की दस्तक का स्वागत कर रही है लेकिन उसका आरोप है कि NDA सरकार आतंकवाद रोकने में विफल है. आतंकवादियों ने जिस तरह जम्मू-कश्मीर में हिंदू श्रद्धालुओं पर जानलेवा हमला किया..उसे देखते हुए अयोध्या से वाराणसी तक…पहले से ही सख्त सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की जरूरत है.  



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By attkley

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