पेपर लीक मामले को संसद में उठाएगा विपक्ष।
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पेपर लीक मामले में विपक्षी दल, केंद्र की एनडीए सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। विपक्षी दलों की योजना है कि पेपर लीक के मुद्दे को संसद से सड़क तक उठाया जाए। 24 जून से प्रारंभ हो रहे संसद सत्र में विपक्षी सांसदों की तरफ से पेपर लीक मामले को लेकर हंगामा तय है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सपा और टीएमसी सहित कई विपक्षी दलों के नेता, यूजीसी नेट व नीट का मुद्दा उठाएंगे। आप नेता संजय सिंह कह चुके हैं कि संसद सत्र में पेपर लीक पर सरकार को जोरदार तरीके से घेरा जाएगा। राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा, हिंदुस्तान में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं। नरेंद्र मोदी या तो उसे रोक नहीं पा रहे या रोकना ही नहीं चाहते। भाजपा शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर और शिक्षा माफियाओं की लेबोरेटरी बन गए हैं। संसद सत्र में पेपर लीक का मामला, जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। नीट का मामला, सुप्रीम कोर्ट में भी विचाराधीन है। कई राज्यों में दर्जनों गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

राहुल गांधी ने कहा, भाजपा सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। इंडिया गठबंधन ऐसा कभी नहीं होने देगा। राहुल ने कहा, पेपर लीक के पीछे जो भी लोग जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पेपर लीक पर सख्त कानून, आफ्टर द फैक्ट है। वह होना चाहिए। बिहार सरकार को लेकर राहुल ने कहा, मैरिट के आधार पर जॉब नहीं दी जा रही। केवल विचारधारा के आधार पर वाइस चांसलर बनाए जा रहे हैं। परीक्षा लेने के स्ट्रक्चर में विचारधारा वाले लोगों को लाएंगे, तो यही काम होगा। बतौर राहुल गांधी, आप दोषी लोगों को ढूंढेंगे, तो जिन लोगों ने हिंदुस्तान के संस्थानों को बर्बाद किया है, जो पहले ऑब्जेक्टिव हुआ करते थे, निष्पक्ष हुआ करते थे, वे आज ऑडियोलॉजिकल बना दिए गए हैं। जब तक हिंदुस्तान के संस्थान इनके हाथों से छीने नहीं जाते हैं, वहां से विचारधारा वाले लोगों की जगह निष्पक्ष लोग नहीं बिठाए जाएंगे, तब तक वहां नहीं होंगे। तब यह नहीं रुकेगा। राहुल गांधी ने साफ शब्दों में कहा, जब तक भाजपा रहेगी तब तक ये सब जारी रहेगा।

इस बीच नीट पेपर लीक मामले में बिहार की राजनीति में भी बवाल मच गया है। भाजपा नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, नीट मामले में शामिल एक गिरोह के सदस्य, पटना के एक सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरे थे। इस बाबत पुख्ता जानकारी एकत्रित की जा रही है। एनएचएआई गेस्ट हाउस से कई लोग पकड़े गए हैं। बतौर सिन्हा, उनका संबंध जिस व्यक्ति से बताया जा रहा है, वह कथित तौर पर पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का करीबी है। जो भी दोषी मिलेगा, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। यह पता लगाया जा रहा है कि गेस्ट हाउस, किसके कहने पर बुक हुआ था। उप मुख्यमंत्री ने कहा, हम पहले भी कह चुके हैं कि राजद की मानसिकता, अपराधियों को प्रशिक्षित करने, पालने-पोसने और प्रोत्साहित करने की रही है। ये सभी बातें, उच्चस्तरीय जांच में स्पष्ट हो पाएंगी।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है, मैं आपको एक बात बता सकती हूं, अपनी कुर्सी की पेटी बांध लें, क्योंकि संसद का (सियासी) तापमान बहुत बढ़ने वाला है। अब सदन की कार्यवाही तानाशाह तरीके से नहीं चलेगी, जैसा कि पहले होता था। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन (लोकसभा) अध्यक्ष बनता है और कौन डिप्टी स्पीकर बनता है। राहुल गांधी के 14 मिनट के भाषण में अब आपको 11 मिनट तक (लोकसभा) अध्यक्ष नहीं दिखेंगे। मैं आपको यह बता सकती हूं और यही लोकतंत्र की ताकत है।

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पेपर लीक मामले में भाजपा पर, एनडीए के सहयोगी दलों का भी दबाव है। हालांकि अभी तक एनडीए के सहयोगी दल, खुलकर नहीं बोल रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा के राज में पेपर माफिया, एक के बाद एक, हर एग्जाम में धांधली कर रहा है। ये देश के खिलाफ किसी की बड़ी साजिश भी हो सकती है। पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो कानून-व्यवस्था नहीं सुधरेगी। जिससे देश-प्रदेश में अशांति और अस्थिरता बनी रहेगी। नीट की परीक्षा में घपला होगा तो ईमानदार लोग डॉक्टर नहीं बन पाएंगे। देश के लोगों के इलाज के लिए भविष्य में डॉक्टरों की कमी और बढ़ जाएगी। बेईमान लोग, जनता के जीवन के लिए खतरा बन जाएंगे।

अखिलेश ने कहा, ⁠यूजीसी नेट परीक्षा न होने से, पहले से शिक्षकों की जो कमी चली आ रही है, उसमें और भी ज़्यादा इजाफा होगा। शिक्षकों की कमी से देश के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न होगी, जो कालांतर में देश के लिए बेहद घातक साबित होगी। इन सबसे प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी। ये हमारे देश के शासन-प्रशासन व देश के मानव संसाधन के विरूद्ध कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र भी हो सकता है, जिसके दूरगामी नकारात्मक परिणाम निकलेंगे, इसीलिए कोर्ट की निगरानी में इसकी कठोर जांच हो। दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए। कोई भी अपराधी छोड़ा न जाए, फिर वो चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो या फिर उसके सिर पर सत्ता का हाथ ही क्यों न हो। यादव ने कहा, लोग कह रहे हैं कि जो भ्रष्ट लोग कोरोना के वैक्सीन में चुनावी चंदे के नाम पर पीछे से करोड़ों रुपये खा सकते हैं, वो भला परीक्षा-प्रणाली को क्या छोड़ेंगे।







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By attkley

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