NEET Exam Paper Leak: नीट परीक्षा में धांधली को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर है. मुख्य आरोपी सिकंदर पुलिस की गिरफ्तार में है जबकि 12 आरोपियों से पूछताछ में NEET का पेपर लीक होने के सबूत मिले हैं.
इस बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मामले को अब कम्युनल एंगल दे दिया है. यानी हिंदू-मुस्लिम के ‘भूत’ की इस मुद्दे में भी एंट्री हो गई है. उन्होंने NEET और यूजीसी NET परीक्षा रद्द होने को लेकर कहा कि एग्जाम देने वाले 14 लाख छात्रों में से 5% -10% मुस्लिम होंगे, लेकिन बाकी हिंदू हैं.
PM-RSS क्यों है चुप?
दिग्विजय ने आगे कहा, ‘आज वो लोग कहां हैं जिन्होंने हिंदुओं की रक्षा की जिम्मेदारी ली थी? ये हिंदुओं के साथ अन्याय नहीं है? RSS और PM ने अब तक एक शब्द भी नहीं बोला है.’
पुलिस डायरी से खुले कई राज
दूसरी ओर, बिहार की आर्थिक अपराध शाखा की पुलिस डायरी में जो कुछ लिखा है, वो ये बताता है कि नीट का पेपर लीक हुआ है. बिहार पुलिस की रिमांड में मौजूद 12 आरोपियों ने कबूल किया है कि पेपर लीक हुआ था. जानकारी के मुताबिक बिहार में नीट का पेपर यादवेंदु सिकंदर ने नीतीश और अमित नाम के दो आरोपियों को मोबाइल पर भेजा था, जिन्होंने कई नीट परीक्षार्थियों को पहले पेपर रटवाया और फिर उस पेपर को जला दिया ताकि कोई सबूत न रह जाएं.
यादवेंदु के पास कैसे आया एडमिट कार्ड
पुलिस की रिपोर्ट से दूसरा खुलासा ये हुआ जिस दिन नीट की परीक्षा थी यानि 5 मई को उस दिन पुलिस ने सफेद कार से दो लोगों को पकड़ा था, जिनमें से एक यादवेंदु सिकंदर भी था. उनके पास से 4 छात्रों के एडमिट कार्ड बरामद हुए थे. सवाल ये है कि परीक्षा के समय यादवेंदु के पास एडमिट कार्ड कैसे आया.
शुक्रवार को इस मामले में तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम से पूछताछ हुई जिन पर आरोपियों को इसी मामले में सरकारी सेंटर में ठहराने के आरोप लगे. प्रीतम से भी लंबी पूछताछ हुई. इस पूछताछ पर तेजस्वी ने बिहार से लेकर केंद्र सरकार को घेरा. उन्होंने कहा किसी को भी बुला लीजिए. ये सब बीजेपी की पेपर लीक स्टोरी से ध्यान भटकाने का प्रयास है. तो दूसरी कांग्रेस से लेकर तमाम छात्रों ने भी देश भर में नीट परीक्षा में धांधली और इसको रद्द किये जाने की मांग के साथ प्रदर्शन किया. दूसरी तरफ बीजेपी इस मसले पर तेजस्वी यादव समेत आरजेडी और कांग्रेस को घेर रही है. कुल मिलाकर सियासत प्रचंड स्तर पर है.