Ram Mandir Leaking News: रामलला के दर्शन के लाखों भक्त रोज अयोध्या पहुंच रहे हैं. राम मंदिर के निर्माण के बाद से लोगों की घूमने वाली लिस्ट में अयोध्या ऊपर आ चुका है. दूर-दूर से लोग भव्य मंदिर का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन इन दिनों श्रद्धालुओं को भगवान राम के दर्शन में थोड़ी तकलीफ भी उठानी पड़ रही है. दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर की छत पहली बारिश में ही टपकने लगी है. ये हम नहीं कह रहे.. खुद मंदिर के मुख्य पुजारी ने ये दावा किया है.

मुख्य पुजारी का चौंकाने वाला दावा

मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने मंदिर की छत टपकने पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि गर्भगृह में जहां भगवान राम विराजमान हैं, वहां भी पानी भरा हुआ है. उन्होंने कहा कि व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो भगवान का दर्शन बंद करना पड़ सकता है. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि शनिवार आधी रात पहली बारिश में गर्भगृह में मंदिर की छत से तेजी से पानी टपकने लगा. सुबह पुजारी पूजा करने गए तो फर्श पर पानी भरा हुआ था. काफी कोशिशों के बाद पानी हटाया जा सका. मंदिर से पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं थी.

जाहिर की नाराजगी

सत्येंद्र दास ने कहा कि रामलला के विग्रह के ठीक सामने पुजारी के बैठने की जगह और वीआईपी दर्शन के लिए आने वाले लोगों के स्थान पर छत से बारिश का पानी तेजी से टपकने लगा. बारिश के पानी को निकालने के लिए मंदिर के पदाधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. उन्होंने कहा कि बहुत आश्चर्य की बात है कि पूरे देश के ऐसे-ऐसे इंजीनियर यहां आकर राम मंदिर बना रहे हैं. पिछली 22 जनवरी को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो गई लेकिन यह किसी को ज्ञान नहीं रहा कि पानी बरसेगा तो छत टपकेगी. जो विश्व प्रसिद्ध मंदिर बन रहा हो उसके अंदर छत टपके, यह आश्चर्य की बात है. ऐसा क्यों हुआ? इतने बड़े इंजीनियरों के रहते ऐसी घटना हो रही है, जो बहुत गलत है. उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर निर्माण कार्य में लापरवाही बरती गई है.

कांग्रेस ने भाजपा को घेरा

मंदिर की छत टपकने को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि चुनावी लाभ के लिए मंदिर निर्माण जल्दबाजी में किया गया. इतना ही नहीं कांग्रेस ने भाजपा पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया. कांग्रेस ने कहा कि चुनाव में जीत पाने की होड़ में भाजपा ने खराब निर्माण कर अयोध्या को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया.

नृपेंद्र मिश्र ने क्या कहा?

छत से पानी टपकने की घटना की सूचना शीर्ष अधिकारियों को दिए जाने के बाद मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र मंदिर पहुंचे और छतों की मरम्मत तथा ”वाटर प्रूफिंग” के निर्देश दिए. हालांकि, जब मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो कोई भी मंदिर की छत से बारिश के पानी के रिसाव पर प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार नहीं हुआ.



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By attkley

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