पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने सरकार को चेतावनी दी – सांकेतिक तस्वीर
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सितंबर 2023 से रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर भले ही उनकी पार्टी राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन कर रही है। लेकिन पाकिस्तान सरकार इमरान खान को ज्यादा से ज्यादा वक्त तक जेल में बंद रखना चाहती है। एक समाचार चैनल में एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने इस बात के संकेत दिए हैं। राजनीतिक मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार राणा सनाउल्लाह, जो एक पूर्व आंतरिक मंत्री भी हैं, के इस बयान पर बवाल मच रहा है।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने जारी की चेतावनी

राणा सनाउल्लाह के इस बयान पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पूर्व प्रधानमंत्री और अपने पार्टी के नेता इमरान खान को जेल में रखने के किसी भी अन्यायपूर्ण प्रयास के खिलाफ तुरंत चेतावनी दी है। पीटीआई ने एक व्हाट्सएप संदेश में कार्यक्रम की क्लिप और सनाउल्लाह की टिप्पणियों के खिलाफ एक संक्षिप्त बयान साझा किया। जिसमें लिखा गया है कि सत्तारूढ़ पार्टी के वरिष्ठ अधिकारी और पाकिस्तान के पूर्व आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान खान के खिलाफ नए आरोप तय करने का संकेत दिया। उन्हें जेल में रखने के किसी भी और अनुचित प्रयास से समर्थकों में गुस्सा बढ़ेगा, क्योंकि वे उनके जमानत मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

सिर्फ एक केस में ही जेल में बंद हैं इमरान खान

दरअसल इद्दत के इमरान खान के खिलाफ आखिरी केस है और अगर उन्हें जमानत मिलती है तो वे बाहर आ सकते हैं, लेकिन अगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सलाहकार की बयान एक संकेत माना जाए तो ऐसा नहीं हो सकता है। वहीं टीवी कार्यक्रम के दौरान सनउल्लाह से पूछा गया कि अगर इमरान खान को जमानत मिल जाती है तो क्या वो जेल से बाहर आ जाएंगे क्योंकि उन्हें किसी अन्य मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस पर सनउल्लाह ने कहा कि ‘नया मामला दर्ज किया जा सकता है। अगर इधर-उधर तलाश की जाए तो कुछ नए मामले सामने आ सकते हैं। कोशिश होनी चाहिए और यह होगी कि उन्हें जितना लंबा समय तक मेहमान रखा जाए उतना ही बेहतर होगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि हम उन्हें संविधान और कानून के अनुसार कैद में रखेंगे।

पीएमएलएन से ताल्लुक रखते हैं राणा सनउल्लाह 

बता दें कि राणा सनउल्लाह सत्तारूढ़ गठबंधन की प्रमुख पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) से ताल्लुक रखते हैं, जो इमरान खान की पीटीआई की कट्टर प्रतिद्वंद्वी है। पिछले साल 9 मई को हुए दंगों के बाद से दोनों पार्टियों के बीच की खाई बढ़ती जा रही थी। वहीं 8 फरवरी को हुए चुनावों से पहले इमरान खान ने कहा था कि पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान के पसंदीदा हैं और मतदान के दिन के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि पीएमएल-एन ने उनकी पार्टी का जनादेश चुराया है। 

लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते इमरान खान- राणा

वहीं टीवी कार्यक्रम में राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पीटीआई नेता जेल में हैं क्योंकि उन्हें अदालतों ने सजा सुनाई है। उन्होंने यह भी कहा कि इमरान खान बातचीत में विश्वास नहीं करते हैं और पूछा कि ऐसे मामले में क्या किया जाना चाहिए। सनाउल्लाह ने आगे कहा, कि लोकतंत्र में कई मसलों को हल करने के लिए बातचीत के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है, लेकिन इमरान खान लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, हम राजनीतिक और लोकतांत्रिक लोग हैं और अगर इमरान खान लोकतंत्र के साथ आगे बढ़ने का इरादा रखते हैं तो पीएमएल-एन की उनसे कोई दुश्मनी नहीं है।



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By attkley

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