Lok Sabha Parliament Proceedings: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में जमकर हंगामा हो रहा है. सरकार बनने के बाद संसद के भीतर देश के गंभीर और ज्वलंत मुद्दों पर संग्राम मचा हुआ है. सभी राजनीतिक दलों के नेता प्रमुख मुद्दों पर अपनी बात रख रहे हैं. सरकार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की बात कर रही है तो विपक्ष युवाओं और छात्र हितों को लेकर लीक से हटकर नई परंपरा स्थापित करने की बात कर रहा है. ऐसे में किस तरह से संसद की कार्रवाई आगे बढ़ रही है, आइए आपको बताते हैं. यहां पर बात फ्लोर लोकसभा के लीडर्स स्पीकर की जिनकी मौजूदगी किसी भी राजनीतिक दल के लिए बेहद अहम हो जाती है.
कौन होते हैं फ्लोर लीडर्स, क्या करते हैं ये?
राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर एक तरह से अपने राजनीतिक दल के कैप्टेन की भूमिका में होते हैं. ये फ्लोर लीडर्स स्पीकर के साथ होने वाली बैठकों में हिस्सा लेते हैं. इसके अलावा ये फ्लोर लीडर्स सदन में बेहतर तालमेल के लिए भी काम करते हैं. फ्लोर लीडर्स लोक सभा में विपक्ष की साझा रणनीति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
‘इंडिया’ गठबंधन के फ्लोर लीडर्स की नियुक्ति
लोकसभा में इंडिया गठबंधन के फ्लोर लीडर्स की नियुक्ति हो गई है. इंडिया अलायंस की पार्टियों के फ्लोर लीडर्स चुन लिए गए हैं. कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, के. सी. वेणुगोपाल और गौरव गोगोई फ्लोर लीडर होंगे. वहीं विपक्ष में कांग्रेस के बाद दूसरे बड़े दल समाजवादी पार्टी की अगुवाई अखिलेश यादव करेंगे. DMK की ओर से फ्लोर लीडर टी आर बालू तो TMC का फ्लोर लीडर सुदीप बंदोपाध्याय को बनाया गया है. शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की ओर से ये प्रभार अरविंद सावंत के पास है. वहीं एनसीपी शरद पवार की फ्लोर लीडर सुप्रिया सुले हैं. मियां अल्ताफ अहमद जेके नेशनल कांफ्रेंस के फ्लोर लीडर हैं.
RSP ने एन. के. प्रेमचंद्रन, JMM ने विजय कुमार हंसडक, AAP ने गुरमीत सिंह मीत हायर, RJD के सुरेंद्र प्रसाद यादव, MDMK ने डी. वायको, बाप (BAP) ने राजकुमार रोट, KEC ने फ्रांसिस जॉर्ज और NLP ने हनुमान बेनीवाल को फ्लोर लीडर नियुक्त किया है. CPM से के. राधाकृष्णन, ई. टी. मोहम्मद बशीर IUML और सुबारायन CPI के तो CPIML ने राजा राम सिंह को फ्लोर लीडर बनाया है.