Manipur Unrest News: मणिपुर से कांग्रेस सांसद अंगोमचा बिमल अकोइजम ने सोमवार को लोकसभा में प्रदेश की स्थिति को लेकर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार पर इस ‘त्रासदी’ की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और दावा किया कि मेरीकॉम तथा मीराबाई चानू जैसे लोगों से कहा जा रहा है कि वे और उनका राज्य इस देश में कोई मायने नहीं रखते.
कांग्रेस सांसद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मुद्दे पर ‘चुप्पी’ तोड़ने और भारतीय जनता पार्टी को यह बोलने की चुनौती दी कि मणिपुर भारत का हिस्सा है और वहां की जनता की उसे परहवाह है.
‘इनर मणिपुर’ लोकसभा क्षेत्र के सांसद ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री और भाजपा ऐसा करते हैं तो वह मानेंगे कि उनमें राष्ट्रवाद है. अकोइजम ने मणिपुर में एक साल से व्याप्त हिंसा के माहौल का उल्लेख करते हुए कहा, ‘हमें इसका अहसास करना होगा कि 60 हजार लोग एक साल से राहत शिविरों में दयनीय स्थिति में रह रहे हैं….60 हजार लोग बेघर हो गए हैं, यह कोई मजाक नहीं है. 200 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.’
उन्होंने कहा कि इस स्थिति के बावजूद सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘प्रधानमंत्री अब तक एक शब्द नहीं बोले. अभिभाषण में भी एक शब्द नहीं बोला गया…एक प्रदेश की त्रासदी को नजरअंदाज किया गया, यह हैरान करने वाला है.’ अकोइजम ने कहा, ‘आप जवानों का अपमान कर रहे हैं. आप उन युवाओं का अपमान कर रहे हैं जो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश का झंडा उठाते हैं..आप मेरीकॉम, कुंजूरानी और मीराबाई चानू से कह रहे हैं कि आपका और आपके राज्य का इस देश में कोई मतलब नहीं है.’
उनका कहना था कि अगर ऐसा नहीं होता है तो सदन और अभिभाषण में खामोशी नहीं होती. इस पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आपत्ति जताते हुए कहा, ‘मेरीकॉम को हमारी सरकार ने सांसद बनाया…मणिपुर को खेल विश्वविद्यालय दिया…कांग्रेस के कारण मणिपुर की यह स्थिति है.’ कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘मैं उस क्षण शांत हो जाऊंगा जब प्रधानमंत्री अपना मुंह खोलेंगे और राष्ट्रवादी पार्टी (भाजपा) कहेगी कि मणिपुर भारत का हिस्सा है औेर हमें उस राज्य के लोगों की परवाह है. इसके बाद मैं स्वीकार करूंगा कि राष्ट्रवाद है.’
(एजेंसी इनपुट के साथ)