धीरे-धीरे पटरी पर लौटा जनजीवन!
बता दें कि जातीय हिंसा में झुलसे पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है. कुछेक इलाकों को छोड़कर पूरे राज्य में कहीं भी हिंसक झड़प की खबर नहीं है. हालांकि 13 हजार से ज्यादा लोग अब तक राज्य छोड़ चुके हैं. मणिपुर को जातीय हिंसा की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है. अब तक 54 लोगों की हिंसा में मौत हो चुकी है.
NEET-UG परीक्षा हुई स्थगित
जान लें कि इंफाल घाटी में अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. यहां कई दुकानें और मार्केट धीरे-धीरे खुल रहे हैं. सड़कों पर भी गाड़ियां चलनी शुरू हो गई है. मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए आज होने वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG को स्थगित कर दिया गया है जिन उम्मीदवारों का परीक्षा केंद्र मणिपुर में है, उनके लिए नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी.
चुराचांदपुर में सेना पर पथराव
चुराचांदपुर जिले के लमका गांव में शनिवार को एरिया डॉमिनेशन के दौरान उपद्रवियों ने सेना पर पथराव किया, जिसके बाद आत्मरक्षा के लिए सेना को गोली चलानी पड़ी. फायरिंग में 2 उपद्रवी घायल हो गए. स्थानीय डीसी दफ्तर में करीब 1 हजार विस्थापित लोग रुके हुए हैं. उन्हें सुरक्षित ठिकानों तक जे जाने में उपद्रवी बाधा बन रहे हैं.
इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें ये ऐलान किया गया कि हर विधानसभा क्षेत्र में शांति समिति बनेगी. चुराचांदपुर जिले के कुछ इलाकों में आज सुबह 7 बजे से 10 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले ताज़ा ख़बर अभी पढ़ें सिर्फ़ Zee News Hindi पर| आज की ताजा ख़बर, लाइव न्यूज अपडेट, सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Zee News हिंदी|
जरूरी खबरें