मध्यप्रदेश में नागदा को 54वां जिला बनने जा रहा है। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को नागदा में की। उन्हेल को तहसील का दर्जा मिलेगा। इसके साथ ही उज्जैन जिले के नागदा में 261.14 करोड़ के 184 कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मुक्तेश्वर मंदिर परिसर में आयोजित विकास पर्व एवं हितग्राही सम्मेलन मे नागदा को जिला बनाने की घोषणा करते हुए इसकी प्रक्रिया को तत्काल प्रारंभ करने की बात कही। सीएम ने कहा कि जो भी तहसील नागदा जिले में शामिल होना चाहेगी। उन्हीं को इसमें शामिल किया जाएगा। साथ ही जल्द उन्हेल को तहसील का दर्जा भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने उन्हेल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण, नागदा के कन्या महाविद्यालय में कॉमर्स की कक्षा शुरू करने, नागदा में सीएम राइज स्कूल खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि नागदा क्षेत्र को नर्मदा का पानी दिया जाएगा और खाचरोद तहसील की हर मांग पूरी की जाएगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जैसे ही नागदा को जिला बनाने की घोषणा की मौजूद शहरवासियो मे खुशी की लहर दौड़ गई। स्वागत भाषण पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में सांसद अनिल फिरोजिया ने भी संबोधित किया। अंत में आभार जिला अध्यक्ष बहादुर सिंह बोरमुंडला द्वारा प्रकट किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एयर स्ट्रिप से लेकर नागदा के विभिन्न मार्गों से होते हुए रोड शो करते हुए कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे। यहां उन्होंने कन्या पूजन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में मौजूद बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं वचन देता हूं कि बहनों के प्यार उनके विश्वास को चाहे जान चली जाए टूटने नहीं दूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपके परिवार का सदस्य हूं मुख्यमंत्री नहीं हूं। लाडली बहना योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्हें कहा कि मेरे मन में सदैव महिलाओं की तकलीफ को लेकर दर्द था। गरीब बहने वक्त जरूरत परेशानी में रहती थी उनके पास पैसे नहीं होते थे, छोटी मोटी बीमारी व बच्चों की किताबें कपड़ों के लिए भी परेशान हुआ करती थीं। उन्होंने कहा कि अब बहनों को किसी के आगे हाथ फैलाना नहीं पड़ेंगे। इसलिए लाडली बहना योजना लेकर आया हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी बहनों साल में एक बार राखी पर देने से काम नहीं चलता है। इसलिए साल में हर माह सभी को 1000 रुपये दे रहे हैं। जैसे ही पैसे की व्यवस्था होगी इसको 1250 कर दिया जाएगा फिर 3000 तक ले जाऊंगा। मेरी बहनों को प्रतिमाह हजार रुपए देने में सरकार के साल में 15000 करोड़ पर खर्च होंगे, लेकिन मैं पीछे नहीं हटूंगा। मेरी बहनों को मैं पैसा नहीं दे रहा हूं उन्हें उनका सम्मान लौटा रहा हूं। क्योंकि पैसा पास में रहता है तो हिम्मत रहती है पैसा रहता है तो इज्जत भी बढ़ती है। मुख्यमंत्री ने सभा मे मौजूद महिलाओं से पूछा कि बताओ घर में इज्जत बढ़ जाएगी कि नहीं । सभी मौजूद महिलाओं ने एक स्वर में ताली बजाकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
भूल मत जाना पुरानी सरकार ने संबल, कन्यादान और तीर्थ दर्शन योजना कर दी थी बंद
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ माह की पुरानी सरकार ने उनके द्वारा चलाई गई संबल योजना, कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना और ऐसी अनेक लोक कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया था, लेकिन अब फिर से इसको शुरू किया गया है और मैं अपने बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ दर्शन करवा रहा हूं। गरीब भाई-बहन भी हवाई जहाज में घूमेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भाइयों को भी सिंचाई के लिए कहीं जाना नहीं पड़ेगा। नर्मदा का पानी भरपूर उन्हें मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में 7.50 लाख हेक्टेयर में ही सिंचाई होती थी, जिसको बढाकर 45 लाख हेक्टेयर कर दिया गया है, इसको 65 लाख हेक्टेयर तक लेकर जाएंगे। कहा कि पुरानी सरकारों के समय सड़कों के हाल आपको पता ही है अब नागदा से उज्जैन इंदौर जाने में कितना समय लगता है। यह सभी लोग जानते हैं। बिजली उत्पादन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले 2800 मेगावॉट बिजली बना करती थी, आज हम 28000 मेगावॉट बिजली पैदा कर रहे हैं।
कांग्रेस को लिया निशाने पर
सीएम ने कहा कि कांग्रेस के लोग बड़े परेशान हैं। गाली देते रहते हैं। मुझे कंस मामा कहते हैं। मैं बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति की बहनों को 1,000 रुपये देता था, जिसे कमलनाथ ने आते ही बंद कर दिया था। गरीब गर्भवती महिलाओं को कुल 16,000 रुपये देते थे, कमलनाथ ने उसे भी बंद कर दिया। कमलनाथ ने बेटियों की शादी करवाकर पैसे नहीं दिया। 75% अंक लाने वाले 68,000 बच्चों के खाते में 25,000 रुपये लैपटॉप खरीदने के लिए डाले हैं। कांग्रेस ने अपनी सरकार में बेटा-बेटियों से लैपटॉप छीन लिया। बुजुर्गों की तीर्थ दर्शन योजना भी कांग्रेस और कमलनाथ ने बंद कर दी थी। मैं हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा कराऊंगा। संबल योजना भी कमलनाथ ने बंद कर दी थी। अब संबल योजना मैंने फिर से चालू कर दी। कांग्रेस की सरकार में 16% ब्याज पर लोन मिलता था, मैने 0% ब्याज पर कर्जा देना तय किया। सिंचाई के लिए किसानों के खेत तक पानी भाजपा की सरकार ने पहुंचाया। मैं 65,00,000 हेक्टेयर में सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था करूंगा।