न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Fri, 01 Oct 2021 05:29 PM IST

सार

पंजाब कांग्रेस का संकट खत्म होता नहीं दिख रहा है। दो दिन में सियासी ड्रामे के बाद गुरुवार रात नवजोत सिद्धू मान गए वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह अब पूरी तरह उखड़ गए हैं। जहां कैप्टन अपनी नई पार्टी बनाने की अटकलों पर कुछ नहीं बोल रहे हैं वहीं सिद्धू अपनी ही सरकार को घेरने की आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। इस बीच सीएम चन्नी आज पीएम मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचे। 

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पंजाब कांग्रेस में मचे तूफान के बीच राज्य के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचे। पीएम आवास पर दोनों के बीच मुलाकात करीब एक घंटे चली। मुलाकात के बाद सीएम चन्नी ने कहा कि पीएम मोदी से कई मुद्दों पर लंबी बातचीत चली। उनके साथ अच्छे माहौल में बात हुई। मैंने उनसे तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग की। साथ ही कहा कि किसानों से सरकार को फिर से बात करनी चाहिए। 

इसके साथ ही सीएम चन्नी ने कहा कि फसल खरीद को लेकर भी पीएम मोदी से बात हुई। उनके सामने धान की खरीद तुरंत शुरू करने की मांग उठाई गई। सरकार ने इसकी तारीख 10 अक्तूबर तय की है लेकिन पंजाब में 1 अक्तूबर से ही खरीद शुरू हो जाती है। मैंने उनसे तुरंत धान की खरीद शुरू करने की मांग उठाई। मैंने पीएम मोदी से यह अपील भी की कि कोविड-19 महामारी के कारण बंद हुए करतारपुर कॉरिडोर को जल्द से जल्द खोला जाए।

यह भी पढ़ें – 30 दिन की मोहलत: डिप्टी सीएम रंधावा की अपील पर किसानों का बड़ा फैसला, प्रस्तावित आंदोलन स्थगित किया 
 

इससे पहले गुरुवार रात को पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे और नाराजगी का मसला हल कर लिया गया। पंजाब भवन में तीन घंटे से भी अधिक समय तक चली बैठक में हाईकमान के पर्यवेक्षक हरीश चौधरी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अहम भूमिका निभाई।

तीन सदस्यीय कमेटी के गठन पर माने सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू तीन सदस्यीय कमेटी के गठन पर सहमत हो गए हैं और उनके इस्तीफे को हाईकमान ने नामंजूर कर दिया है। इस तरह सिद्धू अब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान बने रहेंगे। हालांकि कांग्रेस पार्टी और किसी नेता की तरफ से कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ लेकिन पता चला है कि विवाद इस मुकाम पर आकर हल हुआ कि मुख्यमंत्री चन्नी ने अधिकारियों को हटाने की सिद्धू की मांग को यह कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया कि भविष्य में इस तरह के मामलों में सिद्धू की भी राय ली जाएगी। 

हरीश चौधरी बन सकते हैं पंजाब के प्रभारी

कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार पार्टी हाईकमान ने पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत के निवेदन को आखिरकार सुन लिया है। उत्तराखंड चुनाव को देखते हुए पार्टी ने हरीश रावत को पंजाब की जिम्मेदारी से मुक्त करके उत्तराखंड में काम संभालने का फैसला किया है। वहीं रावत के स्थान पर हरीश चौधरी को पंजाब मामलों का प्रभारी बनाने की भी चर्चा है। इस संबंध में पार्टी हाईकमान द्वारा जल्द ही घोषणा भी की जा सकती है।  

विस्तार

पंजाब कांग्रेस में मचे तूफान के बीच राज्य के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचे। पीएम आवास पर दोनों के बीच मुलाकात करीब एक घंटे चली। मुलाकात के बाद सीएम चन्नी ने कहा कि पीएम मोदी से कई मुद्दों पर लंबी बातचीत चली। उनके साथ अच्छे माहौल में बात हुई। मैंने उनसे तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग की। साथ ही कहा कि किसानों से सरकार को फिर से बात करनी चाहिए। 

इसके साथ ही सीएम चन्नी ने कहा कि फसल खरीद को लेकर भी पीएम मोदी से बात हुई। उनके सामने धान की खरीद तुरंत शुरू करने की मांग उठाई गई। सरकार ने इसकी तारीख 10 अक्तूबर तय की है लेकिन पंजाब में 1 अक्तूबर से ही खरीद शुरू हो जाती है। मैंने उनसे तुरंत धान की खरीद शुरू करने की मांग उठाई। मैंने पीएम मोदी से यह अपील भी की कि कोविड-19 महामारी के कारण बंद हुए करतारपुर कॉरिडोर को जल्द से जल्द खोला जाए।

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इससे पहले गुरुवार रात को पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे और नाराजगी का मसला हल कर लिया गया। पंजाब भवन में तीन घंटे से भी अधिक समय तक चली बैठक में हाईकमान के पर्यवेक्षक हरीश चौधरी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अहम भूमिका निभाई।

तीन सदस्यीय कमेटी के गठन पर माने सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू तीन सदस्यीय कमेटी के गठन पर सहमत हो गए हैं और उनके इस्तीफे को हाईकमान ने नामंजूर कर दिया है। इस तरह सिद्धू अब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान बने रहेंगे। हालांकि कांग्रेस पार्टी और किसी नेता की तरफ से कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ लेकिन पता चला है कि विवाद इस मुकाम पर आकर हल हुआ कि मुख्यमंत्री चन्नी ने अधिकारियों को हटाने की सिद्धू की मांग को यह कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया कि भविष्य में इस तरह के मामलों में सिद्धू की भी राय ली जाएगी। 

हरीश चौधरी बन सकते हैं पंजाब के प्रभारी

कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार पार्टी हाईकमान ने पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत के निवेदन को आखिरकार सुन लिया है। उत्तराखंड चुनाव को देखते हुए पार्टी ने हरीश रावत को पंजाब की जिम्मेदारी से मुक्त करके उत्तराखंड में काम संभालने का फैसला किया है। वहीं रावत के स्थान पर हरीश चौधरी को पंजाब मामलों का प्रभारी बनाने की भी चर्चा है। इस संबंध में पार्टी हाईकमान द्वारा जल्द ही घोषणा भी की जा सकती है।  



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By attkley

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