अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Mon, 01 Nov 2021 05:15 PM IST

सार

मायावती ने कहा कि जब सपा सत्ता में होती है तो भाजपा मजबूत होती है जबकि बसपा के सत्ता में होने पर भाजपा कमजोर होती है। भाजपा व सपा मिलीभगत से प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रही हैं।

बसपा सुप्रीमो मायावती।
– फोटो : amar ujala

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बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा व भाजपा पर यूपी चुनाव के पहले मिलकर प्रदेश का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा-सपा दोनों ही एक दूसरे की पूरक व पोषक हैं और अब अपनी जातिवादी और सांप्रदायिक टिप्पणी से प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सपा मुखिया द्वारा जिन्ना को लेकर कल हरदोई में दिया गया बयान व उसे लपक कर भाजपा की प्रतिक्रिया यह इन दोनों पार्टियों की अंदरूनी मिलीभगत व इनकी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है जिससे कि यूपी विधानसभा चुनाव में माहौल को किसी भी प्रकार से हिन्दू-मुस्लिम करके खराब किया जाए।

उन्होंने कहा कि सपा व भाजपा की राजनीति एक-दूसरे के पोषक व पूरक के तौर पर रही है। इन दोनों पार्टियों की सोच जातिवादी व साम्प्रदायिक होने के कारण इनका आस्तित्व एक-दूसरे पर आधारित रहा है। इसी कारण सपा जब सत्ता में होती है तो भाजपा मजबूत होती है जबकि बसपा जब सत्ता में रहती है तो भाजपा कमजोर होती है।

अखिलेश यादव ने रविवार को हरदोई में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी और जिन्ना ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी और देश को स्वतंत्र करवाया। इसके बाद से ही वह भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। अब मायावती ने उन पर आरोप लगाया है।

विस्तार

बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा व भाजपा पर यूपी चुनाव के पहले मिलकर प्रदेश का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा-सपा दोनों ही एक दूसरे की पूरक व पोषक हैं और अब अपनी जातिवादी और सांप्रदायिक टिप्पणी से प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सपा मुखिया द्वारा जिन्ना को लेकर कल हरदोई में दिया गया बयान व उसे लपक कर भाजपा की प्रतिक्रिया यह इन दोनों पार्टियों की अंदरूनी मिलीभगत व इनकी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है जिससे कि यूपी विधानसभा चुनाव में माहौल को किसी भी प्रकार से हिन्दू-मुस्लिम करके खराब किया जाए।

उन्होंने कहा कि सपा व भाजपा की राजनीति एक-दूसरे के पोषक व पूरक के तौर पर रही है। इन दोनों पार्टियों की सोच जातिवादी व साम्प्रदायिक होने के कारण इनका आस्तित्व एक-दूसरे पर आधारित रहा है। इसी कारण सपा जब सत्ता में होती है तो भाजपा मजबूत होती है जबकि बसपा जब सत्ता में रहती है तो भाजपा कमजोर होती है।

अखिलेश यादव ने रविवार को हरदोई में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी और जिन्ना ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी और देश को स्वतंत्र करवाया। इसके बाद से ही वह भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। अब मायावती ने उन पर आरोप लगाया है।



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